Advertisment

गरियाबंद में स्कूल मर्जर से नाराज छात्राओं का प्रदर्शन: फिंगेश्वर-महासमुंद हाईवे किया जाम, कहा- लड़कों के साथ नहीं पढ़ना

Gariyaband School Merger Protest: गरियाबंद में स्कूल मर्जर से नाराज छात्राओं का प्रदर्शन, फिंगेश्वर-महासमुंद हाईवे किया जाम, कहा- लड़कों के साथ नहीं पढ़ना

author-image
Harsh Verma
Gariyaband School Merger Protest

Gariyaband School Merger Protest: गरियाबंद (Gariyaband) जिले के फिंगेश्वर (Fingeshwar) मुख्यालय में शनिवार को स्कूल मर्जर (School Merger) के खिलाफ छात्राओं ने बड़ा प्रदर्शन किया। कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (Girls Higher Secondary School) और बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (Boys Higher Secondary School) को एक साथ मर्ज करने के फैसले के विरोध में छात्राएं मुख्य मार्ग पर बैठ गईं। इससे फिंगेश्वर-महासमुंद (Fingeshwar-Mahasamund) मुख्य मार्ग पर घंटों तक जाम की स्थिति बनी रही।

Advertisment

"लड़कों के साथ पढ़ाई नहीं"

प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने साफ कहा कि वे लड़कों के साथ एक ही स्कूल में पढ़ना नहीं चाहतीं। उनका आरोप है कि लड़के अक्सर उपद्रव करते हैं और पढ़ाई का माहौल बिगाड़ते हैं। छात्राओं का कहना है कि अकेले लड़कियों के लिए बने स्कूल में उनकी पढ़ाई और सुरक्षा दोनों बेहतर रहती है।

कलेक्टर से मुलाकात न होने से नाराजगी

[caption id="attachment_894503" align="alignnone" width="740"]publive-image छात्राओं से बिना मिले ही चले गए कलेक्टर[/caption]

गुरुवार को बड़ी संख्या में छात्राएं गरियाबंद कलेक्ट्रेट (Collectorate) पहुंची थीं। वे कलेक्टर (Collector) से मुलाकात कर अपनी समस्या बताना चाहती थीं, लेकिन कलेक्टर बिना मिले ही वहां से चले गए। इससे छात्राओं में नाराजगी और बढ़ गई। इसी वजह से शनिवार को उन्होंने मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर अपनी आवाज बुलंद की।

Advertisment

युक्तियुक्तकरण नीति पर सवाल

बताया जा रहा है कि युक्तियुक्तकरण (Rationalisation Policy) के तहत यह फैसला लिया गया है। फिंगेश्वर में 425 संख्या वाले कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को 225 संख्या वाले बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के साथ मर्ज कर दिया गया है। छात्राओं, पालकों और विद्यालय प्रबंधन समिति (School Management Committee) का कहना है कि यह फैसला अव्यवहारिक है और इससे बेटियों की शिक्षा प्रभावित होगी।

पालक और समिति भी विरोध में

छात्राओं के साथ-साथ उनके पालक और स्कूल प्रबंधन समिति भी इस फैसले के खिलाफ खड़े हो गए हैं। उनका मानना है कि अलग-अलग स्कूल की व्यवस्था बनाए रखना ही बेटियों के हित में है।

यह भी पढ़ें: रायपुर में न्यूड पार्टी का पोस्टर वायरल: युवाओं को बिना कपड़ों के बुलाया, कांग्रेस ने कहा- शहर को दागदार नहीं होने देंगे

Advertisment
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें