रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सिविल लाइन पुलिस ने एक फर्जी IAS को गिरफ्तार किया है। यह युवक आईएस आधिकारी का पहचान कार्ड लेकर संस्कृति विभाग में पहुंचा था। यहां आरोपी ने अपना आईडी कार्ड दिखाया और संस्कृति विभाग के संचालक के साथ ही अन्य अधिकारियों पर रौब जामाने लगा। कुछ देर बाद अधिकारियों को उसके फर्जी होने का शक हुआ तो उन्होंने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरप्तार किया।
इस आरोपी की पहचान तारण दास भारती के नाम से हुई है जो पेशे से लोक कलाकार बताया जा रहा है। बलौदा बाजार निवासी 34 वर्षीय तारणदास भारती खुद को यूपी कैडर का आईएएस बता रहा था। उसने कहा कि वह लखनऊ में पदस्थ है। यह पूरा मामला 11 जनवरी का बताया जा रहा है। आरोपी ने संस्कृति एवं पुरातत्व संचालक के पास जाकर खूब धौंस जमाई, जिसके चलते कुछ देर तक को अधिकारी भी सन्न रह गए। लेकिन जैसे ही आरोपी ने एक लेटर पैड अधिकारियों को दिया तो उन्हें उसके फर्जी होने पर शक हुआ।
दरअसल आरोपी ने खुद को पेशे से गायक बताया और अपनी एक संस्था के लिए अनुदान मांगा। आरोपी के द्वारा आवेदन के रूप में दिए गए लेटर पैड पर उसके नाम के साथ आईएएस लिखा हुआ था। अधिकारियों ने लेटर पैड पर आरोपी के नाम के साथ आईएएस लिखा देखा तो उन्हें शक हुआ। आथिकारियों ने जब जांच की सच सामने आया और फर्जी आईएएस का भांडा फूट गया। पूरे मामले की जानकारी सिविल लाइन पुलिस को दी गई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने फर्जी आईएएस तारणदास भारती को गिरफ्तर कर उसपर धारा 170 के तहत केस दर्ज किया है। इस संबंध में सिविल लाइन टीआई सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि आरोपी द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिसके लिए वह विभाग से अनुदान मांगता है। वह खुद को आईएएस बताकर धौंस जमा रहा था। आरोपी के पास से फर्जी लेटर पैड के साथ एक सील भी जब्त की गई है।