RAIPUR:छत्तीसगढ़ में इंसान और हाथी के बीच संघर्ष पिछले 20 साल से जारी है CG Elephants death news।अब तक सैकड़ों लोगों की जान हाथियों ने ली है। किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है।इसके अलावा 3 साल में 45 हाथियों की मौत हुई है। लेकिन इस पर आज तक कोई ठोस रणनीति नहीं बन पाई है। हालांकि मंत्री रविन्द्र चौबे का कहना है छत्तीसगढ़ मात्र एक राज्य है। जहां अभी वन बचा हुआ है।अन्य राज्यों से भी अब हाथी छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर रहे हैं। हाथी-मानव दोनों की मौत हो रही है। इसे कैसे रोका जाए इसके लिए हम कोशिश कर हैं।
प्रदेश में अवैध पेड़ों की कटाई के चलते जंगल अब एलीफेंट फ्रेंडली का दर्जा खोने लगे हैं। जंगल हाथियों की कब्रगाह बनती जा रही है।वहीं इस मामले में सियासत भी खूब हो रही है। बीजेपी का कहना है कि, सरकार को इस दिशा में काम करना चाहिए।लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर पा रही है।बीजेपी कुछ भी कहे लेकिन उसके कार्यकाल में भी स्थिति बहुत बेहतर नहीं थी।लेकिन अब सरकार बदल गई है पर हालात जस के तस है। आज भी ग्रामीण हाथियों के आतंक से दहशत में जीने को मजबूर हैं।वहीं हाथियों की मौत भी चिंता का विषय बना हुआ है।CG Elephants death news