CG Elections 2023: इस बार चुनाव निपटाने में बस्तर फाइटर्स के जवान भी फोर्स की मदद करेंगे. इनकी तैनाती से नक्सली भी मतदान प्रक्रिया को बाधित करने से पहले सोचेंगे. अधिकारियों को भरोसा है कि फोर्स की मौजूदगी के चलते इस बार विधानसभा चुनाव व्यवस्थित और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराया जाएगा.
कभी माओवादियों के बेहद करीबी रहे और अब फोर्स का समर्थन कर रहे इन जवानों को नक्सलियों की कार्यप्रणाली का अंदाजा है. इसी को ध्यान में रखकर बस्तर फाइटर्स का गठन किया गया है. यही वजह है कि आने वाले समय में बस्तर में शांति स्थापित करने की दिशा में उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो सकती है.
इतिहास में पहली बार इनका होगा इस्तेमाल
बस्तर फाइटर्स के जवान प्रशिक्षण के बाद दक्ष हो गये हैं. यही वजह है कि बस्तर पुलिस इस बार चुनाव में पहली बार इनका इस्तेमाल करने जा रही है. हालांकि 2018 के विधानसभा और 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान अतीत की तुलना में नक्सली हिंसा कम हुई थी, फिर भी कोई जोखिम न लेते हुए इस बार भी बस्तर पुलिस ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की मांग चुनाव आयोग के सामने रखी है.
नक्सली मोर्चे पर होने वाली मुठभेड़ों में अक्सर देखा गया है कि जब स्थानीय जवान फोर्स के साथ होते थे तो अपेक्षाकृत सफलता मिलती थी. बस्तर फाइटर्स के जवान विषम भौगोलिक परिस्थितियों के जानकार होने के साथ-साथ स्थानीय बोली के भी जानकार होते हैं. यही कारण है कि नक्सली उनसे डरते हैं.
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