IPS Amit Kumar: राज्य पुलिस के खुफिया विभाग के प्रमुख एडीजी अमित कुमार को आज नई दिल्ली में विशेष सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। यह सम्मान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें प्रदान किया।
1998 बैच के आईपीएस अमित कुमार को यह पदक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में रहते हुए किए गए उनके विशिष्ट कार्यों के लिए दिया गया। अमित कुमार सीबीआई के संयुक्त निदेशक (नीति) के पद पर कार्य कर चुके हैं।
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बिहार राज्य के मूल निवासी हैं अमित कुमार
अमित कुमार, छत्तीसगढ़ कैडर के 1998 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और बिहार राज्य के मूल निवासी हैं। उन्होंने आईआईटी से बीटेक की डिग्री प्राप्त की और पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 98वीं रैंक के साथ सफलता प्राप्त की, जिसके बाद वे आईपीएस अधिकारी बने।
छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर समेत आधा दर्जन जिलों में पुलिस अधीक्षक के तौर पर कार्य करने के बाद, उन्होंने सीबीआई में 12 वर्षों तक विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर काम किया और कई प्रमुख मामलों का समाधान किया।
वे केंद्रीय मंत्री लालू यादव के चारा घोटाले की जांच करने वाली टीम का हिस्सा रहे थे और पीएमओ को रिपोर्ट करने वाले सीबीआई के संयुक्त निदेशक (नीति) के पद पर भी कार्य कर चुके हैं।
छत्तीसगढ़ में छह जिलों के पुलिस अधीक्षक रहे
अमित कुमार ने 28 दिसंबर 1998 को आईपीएस सेवा जॉइन की और उन्हें मध्य प्रदेश कैडर अलॉट किया। जब छत्तीसगढ़ राज्य अलग हुआ, तो उन्होंने छत्तीसगढ़ कैडर चुना। अमित कुमार ने अपनी करियर की शुरुआत नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के पुलिस अधीक्षक के रूप में की, जहां नक्सली हिंसा के कारण बीजापुर सुर्खियों में था।
एसपी, डीआईजी, आईजी और एडीजी जैसे पदों पर काम किया
बीजापुर के एसपी के रूप में उन्होंने नक्सलियों पर प्रभावी नियंत्रण पाया। इसके बाद वे राजनांदगांव, जांजगीर-चांपा, दुर्ग, बिलासपुर और रायपुर जिलों में पुलिस अधीक्षक रहे। 2011 में रायपुर के एसपी रहते हुए उन्हें सीबीआई में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया, जहां उन्होंने एसपी, डीआईजी, आईजी और एडीजी जैसे पदों पर काम किया।
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