CG BJP Appointment Controversy: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव से पहले मंडल स्तर पर बीजेपी नई टीम तैयार कर रही है। इसी के चलते हाल ही में बीजेपी मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति की गई। इस नियुक्ति के बाद विरोध हुआ। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव इस मामले पर बड़ा कदम उठा सकते हैं। जहां दो मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति पर गाज गिर सकती है। हालांकि मंडल अध्यक्ष का चुनाव कराने वाली समिति का कहना है कि दो मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति रद्द कर दी है।
इस मामले में प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि विवादित (CG BJP Appointment Controversy) वाली जगहों पर पार्टी और कार्यकर्ताओं से चर्चा कर उनके हित में निर्णय लिया जाएगा। इसको लेकर 27 दिसंबर को बैठक आयोजित की जाएगी। कल अध्यक्षों के नाम फाइनल कर पैनल तय होने की संभावना जताई जा रही है।
दिल्ली में लगेगी नामों पर अंतिम मुहर
जानकारी मिल रही है कि कल यानी 27 दिसंबर को बीजेपी (CG BJP Appointment Controversy) की बैठक होगी। इस बैठक में अध्यक्षों के नामों का पैनल तय हो जाएगा। साथ ही जिला अध्यक्षों के नाम भी फाइनल हो सकते हैं। इसके बाद 29 दिसंबर को दिल्ली में फिर संगठन की बैठक आयोजित की गई है। जहां इन नामों पर अंतिम मुहर लगेगी। इसके बाद लिस्ट को सार्वजनिक किया जाएगा।
चर्चा के बाद विवादित मंडल अध्यक्षों पर निर्णय
इधर बीजेपी (CG BJP Appointment Controversy) प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जो भी विवादित मंडल अध्यक्ष हैं, उन पर निर्णय चर्चा के बाद लिया जाएगा। बीजेपी का बड़ा परिवार है, बैठकर पार्टी और कार्यकर्ताओं के हित में निर्णय लिया जाएगा। जहां विवाद की स्थिति है, वहां चर्चा कर उसका समाधान किया जाएगा।
इसलिए किया था जमकर विरोध
जानकारी के अनुसार भीमवंत निषाद को माना भाजपा मंडल अध्यक्ष नियुक्त (CG BJP Appointment Controversy) किया गया था। इस पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध कर दिया। उनका आरोप है कि कांग्रेस से आए भीमवंत निषाद को मंडल अध्यक्ष नियुक्त करना गलत है। इसके विरोध में बीजेपी माना मंडल के सदस्य प्रदेश कार्यालय पहुंचे और शिकायत की। साथ ही विधायक मोतीलाल साहू के खिलाफ जमकर नारे लगाए।
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गरियाबंद जिले में भी नियुक्ति पर विवाद
गरियाबंद जिले में भी कार्यकर्ताओं ने मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति (CG BJP Appointment Controversy) को लेकर हंगामा किया। विशेष रूप से झाखरपारा और फिंगेश्वर मंडल में कार्यकर्ताओं के बीच नाराजगी है। झाखरपारा में उमाशंकर को मंडल अध्यक्ष बनाया, लेकिन अंतिम समय में भगवानो बेहेरा का नाम का ऐलान कर दिया। इससे माली समाज के नेताओं ने नाराजगी व्यक्त की। इस फैसले के खिलाफ बिंद्रानवागढ़ के नेता रायपुर पहुंचे और नियुक्ति में अनियमितता के आरोप लगाए।
फिंगेश्वर में हुई जमकर खींचतान, हंगामा
फिंगेश्वर मंडल में मंजुलता हरित को मंडल अध्यक्ष नियुक्त (CG BJP Appointment Controversy) किया गया। ये बीजेपी के वरिष्ठ नेता भगवत हरित की बहू हैं। इस नाम के ऐलान के बाद बैठक में जमकर हंगामा हो गया। इसका वीडियो भी वायरल हुआ। इसमें बंद कमरे में कार्यकर्ता खींचतान करते भी दिखे। जानकारी मिली कि कार्यकर्ता मुकेश साहू पर सहमति जता रहे थे। हंगामे के बीच परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
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