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बिरनपुर हिंसा: CBI चार्जशीट के बाद कांग्रेस ने BJP पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का लगाया आरोप, अरुण साव से इस्तीफे की मांग

Biranpur Violence Controversy: बिरनपुर हिंसा, CBI चार्जशीट के बाद कांग्रेस ने BJP पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का लगाया आरोप, अरुण साव से इस्तीफे की मांग

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Harsh Verma
Biranpur Violence Controversy

Biranpur Violence Controversy: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में चर्चित बिरनपुर हिंसा (Biranpur Violence) मामले पर एक बार फिर सियासी टकराव तेज हो गया है। सीबीआई (CBI) ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है, जिसके बाद कांग्रेस (Congress) ने भाजपा (BJP) पर सीधा हमला बोला है।

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कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने वोट बैंक (Vote Bank) की राजनीति के लिए इस घटना को सांप्रदायिक रंग दिया और समाज में विभाजन का माहौल बनाया।

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"घटना को जानबूझकर राजनीतिक बनाया गया"

राजीव भवन (Rajiv Bhavan) में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज (Deepak Baij) ने कहा कि सीबीआई की चार्जशीट में साफ लिखा है कि बिरनपुर में दो पक्षों के बीच सामान्य झगड़ा हुआ था, जो धीरे-धीरे सांप्रदायिक रूप ले लिया। इसमें किसी भी राजनीतिक पार्टी का हाथ नहीं था।

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दीपक बैज ने आरोप लगाया कि तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव (Arun Sao) ने मौके पर पहुंचकर आग में घी डालने का काम किया। उन्होंने कहा, “बीजेपी ने घटना का फायदा उठाकर चुनाव में ध्रुवीकरण (Polarisation) किया। इस मामले से जुड़े एक व्यक्ति को टिकट देकर राजनीतिक लाभ लिया गया।”

"थोड़ी भी इंसानियत है तो इस्तीफा दें"

दीपक बैज ने कहा कि अगर बीजेपी और अरुण साव में थोड़ी भी मानवीयता (Humanity) बची है तो उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा (Resignation) देकर जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं ने जानबूझकर झूठ फैलाया और कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश की।

“गांव की घटना को राज्य स्तर का बनाया”

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता धनेंद्र साहू (Dhanendra Sahu) ने कहा कि बिरनपुर में केवल तीन लोगों की हत्या (Murder) हुई थी, लेकिन बीजेपी ने इसे बड़ा मुद्दा बनाकर चुनावी हथियार बना लिया। उन्होंने कहा, “एक गांव की घटना को राज्य स्तर (State Level) का बनाया गया। विधानसभा और लोकसभा चुनावों (Elections) में इसका राजनीतिक फायदा उठाया गया।”

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