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बीजापुर में तालाब में डूबे तीन मासूमों की दर्दनाक मौत: दिवाली के अगले ही दिन गांव में छाया मातम, मुआवजे की उठी मांग

Bijapur Accident: बीजापुर में तालाब में डूबे तीन मासूमों की दर्दनाक मौत, दिवाली के अगले ही दिन गांव में छाया मातम, मुआवजे की उठी मांग

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Harsh Verma
बीजापुर में तालाब में डूबे तीन मासूमों की दर्दनाक मौत: दिवाली के अगले ही दिन गांव में छाया मातम, मुआवजे की उठी मांग

Bijapur Accident: छत्तीसगढ़ के बीजापुर (Bijapur) जिले से एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है। गंगालूर थाना क्षेत्र के ग्राम हिरोलीपारा (Hiroli Para) में तालाब में डूबने से तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई। यह हादसा 21 अक्टूबर की दोपहर को हुआ, जब तीनों बच्चे घर के पास स्थित तालाब के किनारे खेलने गए थे।

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दोपहर बाद जब वे वापस नहीं लौटे, तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। कुछ देर बाद तालाब में बच्चों के कपड़े तैरते दिखाई दिए, जिसके बाद ग्रामीणों ने खोजबीन की और तीनों के शव तालाब से निकाले गए।

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दिवाली के अगले दिन हादसा, गांव में पसरा सन्नाटा

हादसे से एक दिन पहले ही गांव में दिवाली का त्योहार खुशी से मनाया गया था, लेकिन अगले ही दिन यह खुशियां मातम में बदल गईं। मृत बच्चों में नवीन हपका (3 वर्ष), मनीता हपका (5 वर्ष) और दिनेश कोरसा (3 वर्ष) शामिल हैं। नवीन और मनीता सगे भाई-बहन थे, जबकि दिनेश पड़ोसी परिवार का बच्चा था। तीनों की उम्र इतनी कम थी कि वे तैरना भी नहीं जानते थे।

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नवीन और मनीता के पिता मोटू हपका ने बताया कि वे गाय चराने गए थे। घर लौटने पर पत्नी ने बताया कि बच्चे खेल रहे होंगे। जब वे तालाब पहुंचे तो बच्चों के कपड़े पानी में तैरते दिखाई दिए। उन्होंने गांववालों को बुलाया और पानी में तलाश की तो एक-एक कर तीनों बच्चों के शव मिले।
घटना के बाद शवों को घर लाया गया, जहां आदिवासी कल्चर के हिसाब से उनके माथे पर सिक्के लगाए गए थे।

माता-पिता के रोते हुए बयान ने किया सबको भावुक

मृतक दिनेश के पिता लच्छू कोरसा ने बताया कि तालाब में फूल तैर रहे थे, संभव है कि बच्चे उन्हें निकालने के लिए अंदर उतर गए हों और पानी गहरा होने की वजह से डूब गए। परिजनों का कहना है कि जिस तालाब में यह हादसा हुआ, उसके मालिक की भी पहले मृत्यु हो चुकी है, जिससे तालाब की कोई नियमित देखरेख नहीं हो पाती।

तीनों बच्चों में मनीता स्कूल जाती थी जबकि बाकी दोनों आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चे थे। इस हादसे से पूरा हिरोलीपारा गांव शोक में डूबा हुआ है।

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जिला पंचायत सदस्य ने उठाई मुआवजे की मांग

घटना के बाद तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए बीजापुर जिला अस्पताल (Bijapur District Hospital) भेजा गया है। मौके पर परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद हैं।

जिला पंचायत सदस्य नीना रावतिया उद्दे (Neena Rawatiya Utte) अस्पताल पहुंचीं और परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यह बेहद दर्दनाक घटना है और प्रशासन को तत्काल पीड़ित परिवारों को मुआवजा (Compensation) देना चाहिए। नीना ने बताया कि वे कलेक्टर से मुलाकात कर इस संबंध में औपचारिक मांग करेंगी।

गांव में पसरा मातम, प्रशासन से सहयोग की उम्मीद

गांव में तीनों बच्चों के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है। परिजन लगातार रो रहे हैं और ग्रामीण उन्हें सांत्वना देने की कोशिश कर रहे हैं। इस घटना ने पूरे बीजापुर जिले को झकझोर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि तालाब के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

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