CG Aaj Ka Mudda: छत्तीसगढ़ कांग्रेस की लिस्ट पर चिंतन और मंथन के बीच टेंशन बढ़ता ही जा रहा है। कहीं दावेदार तो कहीं कार्यकर्ता ही चुनौती बनकर उभर रहे हैं। इस बीच प्रदेश प्रभारी शैलजा के बयान ने विधायकों का टेंशन भी बढ़ा दिया है।
कांग्रेस 1 अनार और 100 बीमार की मुसीबत से जूझ रही
छत्तीसगढ़ के चुनावी रण में बीजेपी अपनी पिक्चर लगभग क्लियर कर चुकी है। 90 में से 85 सीटों पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार उतार दिए। लेकिन कांग्रेस की सूची अब तक अटकी हुई है। कांग्रेस की लिस्ट को लेकर कभी मंथन, चिंतन, प्रक्रिया का हवाला दिया गया। तो कभी पितृ पक्ष का लेकिन कहीं ना कहीं कांग्रेस 1 अनार और 100 बीमार की मुसीबत से जूझ रही है।
शैलजा के बयान ने बढ़ाई चिंता
इस बीच प्रदेश प्रभारी शैलजा का बयान सिटिंग विधायकों को भी चिंता में डाल गया। कुमारी शैलजा ने कहा कि हर चुनाव में कुछ ना कुछ फेरबदल तो होता ही है। कुमारी शैलजा के इस बयान के पीछे कई समीकरण हैं। सबसे पहले तो सीटिंग विधायकों को लेकर उठ रही नाराजगी बड़ा फैक्टर माना जा रहा है।
सिटिंग विधायकों का टिकट कटेगा ?
जिसमें राजधानी रायपुर की सीटें भी शामिल हैं। तो वहीं केंद्रीय जांच एजेंसियों के लगातार दखल से, नेताओं की छवि पर जो डेंट पड़ रहा है। जाहिर तौर पर वो दाग कांग्रेस अपने दामन पर नहीं चाहेगी। इसके इतर पहली बार बने विधायकों को लेकर भी में नाराजगी और ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को टिकट देना भी अहम फैक्टर माना जा रहा है।
इन सभी समीकरणों के चलते इस बार कुछ सीटिंग विधायकों का टिकट कटना तय माना जा रहा है। इधर बीजेपी अपने चुनावी मिशन में जुट गई है। कांग्रेस की लिस्ट को लेकर निशाना साधने से भी नहीं चूक रही।
समीकरण से सधेगा 23 का इलेक्शन ?
कांग्रेस ने सारे समीकरण साध भी लिए तो सबसे बड़ा चैलेंज सोशल इंजीनियरिंग का होगा। जो बीजेपी की दोनों लिस्ट में बखूबी नजर आया है। अब देखना होगा कि कांग्रेस इन सभी चुनौतियों से निपट कर चुनावी वैतरणी कैसे पार लगाती है।
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