CBSE Course : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं और 12वीं के पाठ्यक्रम में कटौती की खबर को गलत बताया है। साथ ही कहा कि इस मामले में सीबीएसई ने कोई नीतिगत फैसला नहीं लिया है। सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी (भोपाल) ने इसे लेकर एक पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया कि बीसीएसई का कोर्स 15 प्रतिशत घटाने और चुनिंदा विषयों में ओपन बुक परीक्षा आयोजित कराने के मामले में बोर्ड ने कोई बदलाव नहीं किया गया है और इस संबंध में कोई आधिकारिक सूचना भी जारी नहीं की है।
यहां बता दें कोर्स (CBSE Course) में कटौती और अन्य बदलाव को लेकर मीडिया में आई खबरों के बाद बोर्ड ने खबरों का खंडन किया है।
सीबीएसई ने जारी किया लेटर
सीबीएसई ने क्या कहा?
सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी भोपाल ने एक पत्र जारी कर कहा कि मीडिया में आई कोर्स (CBSE Course) कम करने और अन्य बदलाव की खबरें के बारे में बोर्ड ने कोई नीतिगत निर्णय नहीं लिया है। बोर्ड द्वारा नीतिगत बदलावों के बारे में कोई भी जानकारी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट और परिपत्रों के माध्यम से जारी की जाती है। सीबीएसई ने यह भी कहा कि ऐसे भ्रामक समाचारों से बचें और बोर्ड संबंधी सूचनाओं की सही जानकारी और सत्यापन के लिए बोर्ड की वेबसाइट www.cbse.gov.in जरूर देखें।
मीडिया में इस तरह की आईं खबरें
अब जान लेते हैं मीडिया में क्या खबरें आईं। खबरों में बताया गया कि बोर्ड एग्जाम (Board Exam) में कई बदलाव किए गए हैं। सीबीएसई ने इंटरनल असेस्मेंट वैटेज को बढ़ा दिया है। अब 40 प्रतिशत वैटेज इंटरनल असेस्मेंट का होगा। वहीं फाइनल बोर्ड परीक्षा का वैटेज 60 प्रतिशत होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परीक्षा में 50 प्रतिशत प्रश्न प्रैक्टिकल नॉलेज और स्किल-बेस्ड होंगे। CBSE बोर्ड के छात्रों को 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के परीक्षा प्रोग्राम (टाइमटेबल) का इंतजार है। एग्जाम 15 फरवरी से शुरू होने वाले (CBSE Course) हैं।
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education) जल्द ही डेटशीट अनाउंस हो सकती है। कोई भी आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है।
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पाठ्यक्रम में कटौती के पीछे यह दिया तर्क
खबरों में तर्क दिया गया कि सिलेबस में कटौती बोर्ड की उभरते एजुकेशनल फ्रेमवर्क को ध्यान में रखते हुए की गई। ताकि छात्रों पर पड़ने वाला पढ़ाई का बोझ कम हो सके और वे बेहतर तरीके से टॉपिक को कवर कर सकें और समझ सकें। इस फैसले का उद्देश्य रटने की आदत को कम करना और गहन अध्ययन को बढ़ावा देना है। इसके साथ ही बताया गया कि सीबीएसई ने सत्र 2024-25 बोर्ड एग्जाम से संबंधित कई बदलाव किए हैं।