CBSE Board Exam Pattern 2025: CBSE कक्षा 10वीं -12वीं के एग्जाम फरवरी 2025 में शुरू होंगे। ऐसे में CBSE बोर्ड एग्जाम की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए एक बड़ी खबर है। बता दें कि CBSE बोर्ड एग्जाम पैटर्न में कुछ बदलाव किए गए हैं।
2025 में 10वीं -12वीं की परीक्षा देने वाले सभी छात्र इसका नया परीक्षा पैटर्न CBSE की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर चेक कर सकते हैं। साल 2025 में 30 लाख से ज्यादा छात्र सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा डेट शीट 2025 भी दिसंबर तक जारी होने की उम्मीद है।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025 डेट शीट के संबंध में नए अपडेट आधिकारिक वेबसाइट पर भी चेक किए जा सकते हैं। परीक्षा की तैयारी करते समय उसके सिलेबस, परीक्षा पैटर्न और मार्किंग स्कीम को अच्छी तरह जांच लें।
CBSE बोर्ड परीक्षा पैटर्न 2025
CBSE बोर्ड एग्जाम 15 फरवरी 2025 से शुरू होंगे। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन CBSE बोर्ड प्रश्न पत्र के फार्मेट में बड़ा चेंज किया गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 को ध्यान में रखते हुए यह बड़ा फैसला किया गया है।
CBSE बोर्ड एग्जाम 2025 कक्षा 10 और 12 में अधिक योग्यता आधारित क्वेश्चन पूछे जाएंगे। इन क्वेश्चनों से छात्रों की नॉलेज का प्रैक्टीकल एप्लिकेशन टेस्ट किया जाएगा और इन सवालों का रटकर जवाब नहीं दिया जा सकता।
प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल पर दिया जाएगा ध्यान
राष्ट्रीय शिक्षा नीति, जिसे नई शिक्षा नीति भी कहा जाता है, में योग्यता आधारित क्वेश्चन (Competency Based Questions) पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी गई है।
थीअरेटिकल भाषा को प्रैक्टिकल यूज में लागू करने की छात्रों की ताकत को आंकने के लिए इसे डिज़ाइन किया गया है। CBSE बोर्ड परीक्षा 2025 (CBSE Board Exams2025) में, ऐसे ज्यादा क्वेश्चन होंगे जिनके लिए प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल की जरूरत होगी।
दोनों सेक्शन में अलग-अलग परिवर्तन
सीबीएसई कक्षा 10 परीक्षा का फॉर्मेट पिछले सैशन के अनुसार है। इसमें 50 फीसदी प्रश्न योग्यता आधारित होते हैं। हालांकि, सीबीएसई कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा में एक बड़ा बदलाव किया गया है। पहले 40% योग्यता आधारित प्रश्न पूछे जाते थे।
अब ऐसे प्रश्नों की संख्या 50% होगी। योग्यता-आधारित स्थितियों में बहुविकल्पीय प्रश्न (MCU), केस-आधारित और सोर्स-आधारित इकट्ठे प्रश्न शामिल होंगे। इसलिए, कॉन्सेप्ट को गहराई से समझें और समस्या समाधान तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करें।
रटने से नहीं कोई फायदा
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025 की तैयारी कर रहे छात्रों को किसी भी चीज को खींचने से बचना चाहिए। फार्मेट को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि छात्र बिना रटे-रटे प्रश्नों के उत्तर दे सकें। इन परिवर्तनों का उद्देश्य छात्रों को केवल तथ्यों को याद रखने से आगे ले जाना है।
सीबीएसई कक्षा 10वीं और 12वीं दोनों परीक्षाओं में लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों जैसे संरचित प्रतिक्रिया प्रश्नों की संख्या में थोड़ी कमी देखी जाएगी।