Narada Sting Operation: नारदा केस में CBI को मिली हार, गिरफ्तारी के 7 घंटे बाद ही चारों TMC नेताओं को मिली जमानत

कोलकाता। नारद स्टिंग मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने तृणमूल कांग्रेस के तीन विधायकों और पार्टी के एक पूर्व नेता को गिरफ्तार करने के कुछ ही घंटे बाद अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया है। सीबीआई ने सोमवार को मंत्री फिरहाद हकीम, मंत्री सुब्रत बनर्जी, विधायक मदन मित्रा को गिरफ्तार किया था। हालांकि 7 घंटे भीतर ही न्यायमूर्ति अनुपम मुखर्जी के नेतृत्व वाली विशेष सीबीआई अदालत ने चारों गिरफ्तार आरोपियों को जमानत दे दी।
All four leaders – the then ministers of West Bengal govt – arrested by CBI in Narada case have been granted bail by the Court.
— ANI (@ANI) May 17, 2021
यह हैं पूरा मामला
पश्चिम बंगाल के मंत्री फरहाद हाकिम और सुब्रत मुखर्जी को नारद स्टिंग ऑपरेशन से जुड़े मामले में आज कोलकाता में CBI कार्यालय ले जाया गया। अधिकारियों ने इस बारे में बताया। उन्होंने बताया कि जांच के तहत तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक मदन मित्रा और पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी को भी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के निजाम पैलेस स्थित कार्यालय ले जाया गया।
West Bengal: TMC Ministers Firhad Hakim, Subrata Mukherjee, MLA Madan Mitra & Former Mayor Sovhan Chatterjee were brought to the CBI office in connection with Narada Scam
— ANI (@ANI) May 17, 2021
अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय बलों के साथ सीबीआई की एक टीम सोमवार सुबह हाकिम के चेतला आवास पर पहुंची और उन्हें जांच एजेंसी के कार्यालय ले गयी। राज्य के परिवहन और आवास मंत्री हाकिम ने दावा किया, ‘‘सीबीआई ने नारद मामले में मुझे गिरफ्तार किया है। हम अदालत में इस मामले को ले जाएंगे।’’ राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हाल में हाकिम, मित्रा और मुखर्जी समेत तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी दे दी थी।