Advertisment

सीबीआई ने एक करोड़ रुपये की घूसखोरी के मामले में रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी, दो अन्य को गिरफ्तार किया

author-image
Bhasha
देश में रविवार तक कुल 2,24,301 लाभार्थियों को कोविड-19 का टीका लगाया गया: सरकार

नयी दिल्ली, 17 जनवरी (भाषा) सीबीआई ने कथित तौर पर एक करोड़ रुपये की घूस लेने के मामले में रविवार को पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें एक निजी कंपनी को परियोजनाओं के ठेके दिलाने के एवज में रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।

Advertisment

अधिकारियों ने कहा कि 1985 बैच के भारतीय रेलवे आभियांत्रिकी सेवा (आईआरएसई) अधिकारी महेंद्र सिंह चौहान को असम में गुवाहाटी के मालीगांव से गिरफ्तार किया गया, वहीं दो अन्य-आरोपियों कंपनी एबीसीआई इन्फ्रास्ट्रक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी भूपेंद्र रावत और इंद्र सिंह को उत्तराखंड के देहरादून से गिरफ्तार किया गया जहां चौहान के निर्देश पर कथित रूप से रिश्वत का लेनदेन हो रहा था।

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने गिरफ्तार आरोपियों और कंपनी के अलावा रेलवे के अधिकारियों हेम चंद बोरा (उप मुख्य अभियंता), लक्ष्मीकांत वर्मा (सहायक अधिशासी अभियंता) तथा एबीसीआई इन्फ्रास्ट्रक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक पवन बैद के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

उन्होंने कहा कि आरोप है कि 58 वर्षीय चौहान ने निजी कंपनी को पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) की अनेक परियोजनाओं के ठेके दिलाने के बदले कथित तौर पर घूस मांगी थी। एनएफआर का मुख्यालय मालीगांव में है।

Advertisment

अधिकारियों के अनुसार चौहान ने रिश्वत की राशि कथित तौर पर देहरादून में अपने घर में पहुंचाए जाने की मांग की थी।

उन्होंने कहा कि इन लोगों की गिरफ्तारी के फौरन बाद सीबीआई के दलों ने दिल्ली, असम, उत्तराखंड, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में 21 जगहों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया।

सीबीआई ने घूस की रकम और एनएफआर की परियोजनाओं के अनेक ठेकों से जुड़े दस्तावेज बरामद किए हैं।

Advertisment

भाषा वैभव नेत्रपाल

नेत्रपाल

Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें