NEET Paper Leak Case: नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही CBI ने गुरुवार, 27 जून को दो लोगों को गिरफ्तार किया है। CBI ने कथित आरोपी मनीष प्रकाश (Manish Prakash) को पूछताछ के लिए बुलाया और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया। CBI ने गिरफ्तारी की आधिकारिक सूचना मनीष की पत्नी को फोन पर दी। इसके बाद एक अन्य आरोपी आशुतोष को भी पटना से ही गिरफ्तार किया। इन दोनों ने ही 5 मई को हुए नीट-यूजी पेपर से पहले कैंडिडेट्स के लिए सुरक्षित स्थान की व्यवस्था की थी। जहां पेपर लाया गया और फिर साल्ब कराया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नीट पेपर लीक केस में मनीष प्रकाश की अहम भूमिका मानी जा रही है।
मनीष ने ही पटना के प्ले एंड लर्न स्कूल को रात भर के बुक कराया था। जहां 20 से 25 कैंडिडेट्स को इकट्ठा करके आंसर रटवाए गए।
इसी स्कूल से मिले, जले हुए प्रश्नपत्र (Paper) जांच का आधार बने।
ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल से फिर पूछताछ
CBI की टीम झारखंड में हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक को एक बार फिर पूछताछ के लिए स्कूल लेकर गई।
मड़ई रोड स्थित स्कूल में 2 घंटे पूछताछ के बाद टीम प्रिंसिपल को लेकर सीसीएल गेस्ट हाउस (NEET Paper Leak Case) पहुंची है।
क्वेश्चन पेपर बैंक ले जाने से पहले ओएसिस स्कूल लाया गया था
मीडिया रिपोर्ट (NEET Paper Leak Case) के मुताबिक NEET पेपर लीक केस में बड़ी जानकारी सामने आई है।
जिसमें बताया गया कि 3 मई को क्वेश्चन पेपर ब्लू डार्ट के हजारीबाग नूतन नगर सेंटर से बैंक ले जाने की बजाय पहले ओएसिस स्कूल लाया गया था। इसके बाद यहां से बैंक भेजा गया।
ऐसे में संदेह का दायरा बढ़ गया है कि क्वेश्चन पेपर का पैकेट खोलने का खेल स्कूल में ही हुआ है।
हांलाकि, इस जानकारी पर CBI की ओर से कोई कमेंट नहीं किया गया है। आज पूछताछ के दौरान स्कूल में FSL की टीम को भी बुलाया गया। टीम ने भी कुछ सबूत जोड़े हैं।
ओएसिस स्कूल से ही हुआ था यूजीसी नेट का पेपर लीक!
एक अन्य जानकारी मुताबिक (NEET Paper Leak Case) यूजीसी नेट की परीक्षा भी इसी सेंटर पर कराई गई थी। ऐसे में कहा जा रहा है कि इसी स्कूल से यूजीसी नेट के प्रश्न पत्र लीक कराए गए हैं।
आज CBI टीम ने स्कूल के वाइस प्रिंसिपल सह सेंटर सुपरिंटेंडेंट इम्तियाज आलम का एक मोबाइल और लैपटॉप अपने कब्जे में लिया है। बताते हैं कुछ सुराग और सामने आ सकते हैं।
रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया कि एजेंसी को शक है कि ओएसिस स्कूल से ही पेपर लीक किया गया है।
इसके बाद CBI की टीम ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया है, इन सभी से पूछताछ जारी है।
चिंटू और मुकेश को CBI ने लिया रिमांड
इसके बाद गुरुवार को दोपहर में CBI की टीम पटना की बेऊर जेल पहुंची। जहां आरोपी चिंटू और मुकेश का मेडिकल कराया और दोनों को 8 दिन की रिमांड पर लिया।
बताया जा रहा है कि टीम दोनों को अलग-अलग लोकेशन पर ले जाकर पूछताछ (NEET Paper Leak Case) करेगी।
यहां बता दें, चिंटू NEET पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का रिश्तेदार है।
इसके भी पुख्ता सबूत मिले हैं कि चिंटू के मोबाइल पर ही पेपर आया था
और इसी दौरान मुकेश गाड़ी से कैंडिडेट्स को लेकर उस स्कूल में गया था, जहां बाद में सवालों के जवाब रटवाए गए थे।
CBI कर रही 6 राज्यों में जांच
पेपर लीक मामले की जांच कर रही CBI 6 राज्य बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और यूपी से गिरफ्तार आरोपियों में संबंधों की पड़ताल कर रही है।
सीबीआई मामले के मास्टरमाइंड तक पहुंचना चाह रही है। सीबीआई को लगता है कि अब तक गिरफ्तार आरोपी केवल कांट्रैक्टर हैं, असली मास्टरमाइंड कोई और ही है।
इन राज्यों में कांट्रैक्टर के माध्यम से पेपर स्टूडेंट्स तक पहुंचा था। लीक से जुड़े पुराने अपराधियों से भी पूछताछ की जाएगी। सीबीआई पुराने आरोपियों के रिकार्ड को खंगाल रही है।