Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ कोरबा के महापौर राजकिशोर प्रसाद का पिछड़ा वर्ग जाति प्रमाण पत्र निरस्त हो गया है। जिसके आधार पर वह चुनाव लड़कर मेयर बने थे।
इस मामले में नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने महापौर के खिलाफ केस दर्ज (Chhattisgarh News) कराने की मांग की है। इसके साथ ही महापौर के कार्यकाल के दौरान उन पर खर्च की गई राशि को भी उनसे ही वसूलने की मांग भी विपक्ष ने की है।
जानकारी मिली है कि महापौर (Chhattisgarh News) राजकिशोर प्रसाद ने बिहार में अपनी जाति को पिछड़ा वर्ग की पात्रता बताई थी। इसी के आधार पर कोरबा में पिछड़ा वर्ग का जाति प्रमाण-पत्र प्राप्त कर लिया। इसी ओबीसी के जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नगरीय निकाय का चुनाव लड़ लिया और पार्षद बनने के बाद महापौर भी इसी आधार पर बन गए।
बीजेपी पार्षद ने की शिकायत
इस मामले के उजागर होने के बाद कांग्रेस महापौर की शिकायत बीजेपी पार्षद रितु चौरसिया ने की। साथ ही महापौर (Chhattisgarh News) राजकिशोर प्रसाद के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इस मामले की जांच के बाद उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति के द्वारा उनका जाति प्रमाण-पत्र निरस्त कर दिया है।
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नेता प्रतिपक्ष ने की खर्च राशि वसूली की मांग
नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस महापौर (Chhattisgarh News) पर उनके कार्यकाल के दौरान उन पर खर्च की गई राशि का विवरण एकत्रित करने की मांग की है।
इसके साथ ही जो राशि महापौर रहते हुए खर्च की गई, वह उन्हीं से वसूल करने की मांग भी की है। विपक्ष की मांग है कि गलत तरीके से जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के बाद सवैधानिक पद पर रहने के मामले में केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग भी सरकार से की है।