Odisha News: ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने आर्मी अफसर से मारपीट और उनकी मंगेतर से यौन उत्पीड़न मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।
इस मामले में हाई कोर्ट के जस्टिस चित्तरंजन दास न्यायिक जांच की अध्यक्षता करेंगे। बता दें कि सरकार ने 60 दिनों के अंदर उनसे जांच रिपोर्ट मांगी है।
CMO ने किया ट्वीट
मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने इसे लेकर एक्स पर जानकारी दी। इसमें लिखा कि- ‘मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने आज भरतपुर पुलिस थाने की घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए।
ମୁଖ୍ୟମନ୍ତ୍ରୀ ଶ୍ରୀ ମୋହନ ଚରଣ ମାଝୀ ଆଜି ଭରତପୁର ଥାନା ଘଟଣାର ବିଚାର ବିଭାଗୀୟ ତଦନ୍ତ ପାଇଁ ନିର୍ଦ୍ଦେଶ ଦେଇଛନ୍ତି। ବିଚାରପତି ଜଷ୍ଟିସ ଚିତ୍ତରଞ୍ଜନ ଦାଶଙ୍କ ଦ୍ବାରା ଉକ୍ତ ତଦନ୍ତ ହେବ। ୬୦ ଦିନ ମଧ୍ୟରେ ରିପୋର୍ଟ ପ୍ରଦାନ କରିବା ପାଇଁ ମାନ୍ୟବର କମିଶନଙ୍କୁ ଅନୁରୋଧ କରାଯାଇଛି।
ଏହାସହିତ ମାନ୍ୟବର ହାଇକୋର୍ଟଙ୍କ ପ୍ରତ୍ୟକ୍ଷ ତଦାରଖରେ…
— CMO Odisha (@CMO_Odisha) September 22, 2024
उक्त जांच न्यायाधीश न्यायमूर्ति चितरंजन दास द्वारा की जाएगी। माननीय आयोग से 60 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का अनुरोध किया गया है।
इसके साथ ही माननीय उच्च न्यायालय से सीधी निगरानी में आपराधिक जांच में तेजी लाने का अनुरोध किया गया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने कानून के शासन पर सबसे ज्यादा जोर दिया है। इसके साथ ही राज्य सरकार भी भारतीय सेना का सम्मान करती है। राज्य सरकार महिलाओं के सम्मान, सुरक्षा और अधिकारों के प्रति पूरी तरह चिंतित है।
संबंधित पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है। घटना में शामिल युवको के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
क्या है मामला?
आर्मी अफसर और उनकी मंगेतर का आरोप है कि 15 सितंबर को उनके साथ कुछ युवकों ने मारपीट और बदसलूकी की थी। ये घटना रात 1 बजे की बताई गई है, जब कपल कैफे बंद कर लौट रहे थे।
इसकी शिकायत लेकर वे भरतपुर थाने पहुंचे। वहां पुलिसकर्मियों ने आर्मी अफसर को लॉकअप में बंद कर मंगेतर का यौन उत्पीड़न किया था।
आर्मी अफसर की मंगेतर के मुताबिक, जब वे थाने में शिकायत कराने पहुंचे, तब सिविल ड्रेस में मौजूद एक महिला पुलिसकर्मी उनसे गाली-गलौज करने लगी।
थोड़ी देर बाद एक पेट्रोलिंग गाड़ी से कुछ और पुलिसकर्मी थाने पहुंचे। उन्होंने आर्मी ऑफिसर को लॉकअप में बंद कर दिया।
इसके जब मंगेतर ने विरोध किया तो, दो महिला पुलिसकर्मियों ने मारपीट की और पीड़ित के हाथ-पैर बांध दिए। पीड़ित ने बताया कि उसके बाद एक मेल ऑफिसर आया। उसने महिला के अंडरगारमेंट्स उतारे और छाती पर लातें मारीं। इसके बाद इंस्पेक्टर-इंचार्ज वहां आया। उसने पीड़ित की पैंट नीचे कर दी। फिर अपनी पैंट नीचे कर प्राइवेट पार्ट दिखाकर अश्लील बातें करना शुरू कीं।
आर्मी अफसर के आरोप
आर्मी ऑफिसर ने बताया कि 4 पुलिसकर्मियों ने उन्हें एक सेल के अंदर रखा। वहां, उनका पूरा सामान ले लिया। आर्मी अफसर को सुबह 3 बजे तक वहीं बंद रखा गया। इस बीच लॉबी से 30 मिनट तक उनकी मंगेतर के चीखने की आवाज आती रही।
उसके बाद पुलिस ने आर्मी अफसर की मंगेतर को बदसलूकी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। महिला ने 19 सितंबर को हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद इस मामले का खुलासा किया। इसके बाद 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
रास्ते में बदसलूकी करने वाले युवकों को मिली जमानत
पुलिस ने रास्ते में कपल से मारपीट और बदसलूकी करने वाले 7 आरोपी युवकों को 20 सितंबर की रात गिरफ्तार किया था। हालांकि, 4 घंटे बाद कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई थी। बता दें कि सभी आरोपी इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स हैं।
महिला ने खेला विक्टिम कार्ड ?
इस घटना से जुड़े कई वीडियो सामने आए हैं। इन्हीं में से एक वीडियो उस रात का है, जब रास्ते में कुछ लोगों ने कपल के साथ बदसलूकी की थी। इसमें युवकों और पीड़ित के बीच बहस होती दिख रही है।
इसी वीडियो में युवकों का ग्रुप महिला से कहता है कि वे विक्टिम कार्ड खेल रही हैं। उससे कहते हैं कि इतना ओवर कॉन्फिडेंस दिखाने की जरूरत नहीं है।