भोपाल। कोरोना वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन के नाम पर इन दिनों सायबर हैकर्स लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। क्योंकि सरकार ने वैक्सीन के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य कर दिया है। ठग इसी का फायदा उठा रहे हैं। वे सरकारी वेबसाइट्स COVIN जैसी दूसरी वेबसाइट को डेवलप करके लोगों को ठग रहे हैं।
डमी वेबसाइट को लोग पकड़ नहीं पाते
लोग इस डमी वेबसाइट को देखकर फर्क ही नहीं कर पाते कि असली कौन है और नकली कौन है। इसी में वो धोखा खा बैठते हैं। डमी वेबसाइट पर जाने के बाद यूजर से रजिस्ट्रेशन करने को कहा जाता है। यूजन जैसे ही रजिस्ट्रेशन करते हैं उनसे उनके फोन का पूरा एक्सेस मांगा जाता है और वो अनजाने में एक्सेस दे देते हैं। इसके बाद उनका अकाउंट खाली कर दिया जाता है।
रोजाना 2-3 मामले आ रहे हैं सामने
राज्य सायबर सेल ने इस मामले में लोगों को सावधान किया है। दरअसल, रोजाना 2 से तीन ऐसी शिकायतें सायबर सेल तक पहुंच रही है। ऐसे में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राज्य सायबर योगेश चौधरी ने लोगों को अलर्ट किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी का फायदा उठाते हुए सायबर अपराधी फर्जी मोबाइल एप्लीकेशन के जरिये लिंक मैसेज के भेजते हैं और रिसीवर को वैक्सीनेशन का रजिस्ट्रेशन कराने का कहते हैं। इसके लिये उन्हें लिंक पर जाकर संबंधित जानकारी भरनी होती है। लिंक में एक एप डाउनलोड करने को कहा जाता है। उसके बाद एप्लीकेशन के माध्यम से मेलवेयरमोबाइल में आ जाते हैं और फिर मोबाइल फोन की सारी जानकारी चुरा लेता है।
आपके कॉन्टैक्ट में शामिल लोगों को भी शिकार बना सकता है
साइबर सेल की ओर से लोगों को आगाह किया है कि ऐसी कोई भी फर्जी मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड नहीं करें। नहीं तो आप ठगी का शिकार हो सकते हैं। हैकर इन डमी एप्लीकेशन के माध्यम से आपका पर्सनल फोटो, वीडियो, एसएमएस, वाट्सऐप की चेट, मोबाइल में सेव बैंकिंग के पासवर्ड, ईमेल आदि चुरा सकते हैं। इसके अलावा आपकी जानकारी के बिना आपके कॉन्टैक्ट में शामिल दूसरे लोगों तक भी फर्जी मैसेज भेज सकता है और उन्हें भी ठगी का शिकार बना सकता है।
लोगों से अपील
साइबर सेल ने लोगों से अपील की है कि वे वैक्सीनेशन के लिए सिर्फ सरकारी वेबसाइट Co-Win या आरोग्य सेतु एप पर ही रजिस्ट्रेशन करें। सर्च, सोशल मीडिया अथवा अन्य संचार माध्यमों से किसी भी मैसेज से मिले लिंक पर क्लिक न करें। फर्जी कॉल, एसएमएस और ईमेल के जरिए भी रजिस्ट्रेशन करने की कोशिश न करें।
इसके अलावा अगर आपके ग्रुप में इस तरह का मैसेज आया है तो उसे कहीं और शेयर ना करें। बिना पुष्टि किए मैसेज को फारवर्ड करने से बचें। साथ ही समय-समय पर फोन को अपडेट करते रहें। इससे आपके मोबाइल में अगर किसी ने मैलवेयर हमला किया है तो आप उससे बच सकते हैं।