चंडीगढ़/नई दिल्ली। कांग्रेस की पंजाब इकाई में फिर तेज हुई तनातनी के बीच पार्टी आलाकमान के निर्देश पर शनिवार शाम विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। कई विधायकों ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को हटाने की मांग करते हुए सोनिया गांधी को पत्र भी लिखा है। सूत्रों का कहना है कि विधायक दल की बैठक में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई न कोई फैसला हो सकता है, हालांकि कांग्रेस की ओर से इस बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है। ताजा खबर यह है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह किसी भी समय राज्यपाल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं। नए सीएम के लिए सुनील जाखड़ का नाम लिया जा रहा है।विधायक दल की बैठक से पहले मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भी अपने समर्थक विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं। कुछ खबरों में यह भी कहा गया है कि कांग्रेस नेतृत्व ने अमरिंदर सिंह से इस्तीफा देने के लिए कहा है, हालांकि कांग्रेस सूत्रों ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार किया है। पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि 50 से अधिक विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाया जाए।
दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी पार्टी के 15 जीआरजी वॉर रूम से रवाना हुए।
पंजाब की सीएलपी बैठक आज चंडीगढ़ में होगी। pic.twitter.com/dSKqEYVfTj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 18, 2021
बार बार हो रहे अपने ‘अपमान’ को लेकर नाराजगी
पंजाब प्रदेश कांग्रेस में संकट बढ़ने के बाद अमरिंदर सिंह ने भी सोनिया गांधी से बात की और बार बार हो रहे अपने ‘अपमान’ को लेकर नाराजगी जताई। सोनिया से अमरिंदर के बात करने के बारे में फिलहाल कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। सूत्रों का कहना है कि यह संकट ‘गंभीर’ है क्योंकि बहुत सारे विधायकों ने विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री को बदलने की मांग की है। विधायकों ने अपने पत्र में सोनिया गांधी ने विधायक दल की बैठक बुलाने कर मांग की। पार्टी आलाकमान ने शनिवार शाम बैठक बुलाने का निर्देश दिया और वरिष्ठ नेता अजय माकन और हरीश चौधरी को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया। कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत भी विधायक दल की बैठक में मौजूद रहेंगे। सूत्रों ने बताया कि विधायकों की मांग और आपात स्थिति में बैठक बुलाए जाने के मद्देनजर विधायक दल की इस बैठक में कुछ भी हो सकता है। अगर विधायक अपनी मांग पर अड़े रहते हैं तो फिर इसी बैठक में ही नेतृत्व परिवर्तन को लेकर फैसला हो सकता है।
Kudos to Sh @RahulGandhi for adopting Alexandrian solution to this punjabi version of Gordian knot. Surprisingly, this bold leadership decision to resolve Punjab Congress imbroglio has not only enthralled congress workers but has sent shudders down the spines of Akalis.
— Sunil Jakhar (@sunilkjakhar) September 18, 2021
सिद्धू के बीच पिछले कई महीनों से चल रही तनातनी
विधायक दल की इस महत्वपूर्ण बैठक से पहले पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी ने पार्टी की राज्य इकाई में उलझी हुई गुत्थी को सुलझाने का जो रास्ता अपनाया है उसने न सिर्फ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया है, बल्कि अकाली दल की बुनियाद हिल गई है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘वाह राहुल गांधी, आपने बेहद उलझी हुई गुत्थी के पंजाबी संस्करण के समाधान का रास्ता निकाला है। आश्चर्यजनक ढंग से नेतृत्व के इस साहसिक फैसले ने न सिर्फ पंजाब कांग्रेस के झंझट को खत्म किया है, बल्कि इसने कार्यकर्ताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया है और अकालियों की बुनियाद हिला दी है।’’ विधायक दल की यह बैठक मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच पिछले कई महीनों से चल रही तनातनी की पृष्ठभूमि में हो रही है।