भोपाल. भोपाल और इंदौर नगर निगम की एक बड़ी लापरवाही उजागर हुई है, कल विधानसभा के एक दिनी सत्र में कैग की एक अहम रिपोर्ट पेश की गई। जिसमें खुलासा हुआ कि साल 2013 से 2018 के बीच भोपाल के 3.62 लाख और इंदौर के 5.33 लाख लोगों को दूषित पानी सप्लाई किया गया है।
जिसके चलते प्रदेश के साढ़े पांच लाख लोग इस दूषित पानी को पीने से बीमार हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इन शहरों में जिन टंकियों से पानी सप्लाई होता है, कैग की टीम ने जब उनकी जांच की तो पता चला कि 45 बड़ी व उच्च स्तरीय टंकियों में नियमित साफ-सफाई नहीं हुई।
इनमें मिली मिट्टी की जैविक जांच में यह बात सामने आई डिप्टी इंजीनियरों ने सफाई नहीं कराई और उच्च तकनीकी स्तर पर निगरानी भी नहीं की दोनों नगर निगमों से लिए गए नमूनों में 4481 बीआईएस मानक 10500 के नीचे रहे। दोनों नगर निगमों में केवल 9.41 लाख लोगों मतलब कि कुल जनसंख्या का 56.32% के पास ही नल कनेक्शन हैं।
साथ ही रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि 31 मार्च 2018 से पहले के वित्तीय वर्ष में खनिज विभाग के उच्च व जिला अधिकारियों की लापरवारी के चलते 207 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।