हाइलाइट्स
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बुरहानपुर में 3 लाख आबादी पानी के लिए परेशान
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अर्चना चिटनीस ने सत्र के दौरान ध्यानाकर्षण में उठाया मुद्दा
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मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा IIT इंदौर से कराएंगे जांच
Burhanpur Water Crisis: बुरहानपुर में तीन लाख से ज्यादा की आबादी पानी के लिए परेशान है, जिसे लेकर बुरहानपुर विधायक अर्चना चिटनीस ने मध्यप्रदेश विधानसभा सत्र के दौरान ध्यानाकर्षण में मुद्दा उठाया।
अर्चना चिटनीस ने कहा कि जलावर्धन योजना के तहत किए जा रहे कार्य (Burhanpur Water Crisis) की व्यवस्था बहुत खराब है। जो इनटैक बनाया था, वह भी पिछली बारिश में टूट गया है।
कंपनी 11 बार एक्सटेंशन ले चुकी है। इसके बाद भी काम अभी तक पूरा नहीं हुआ। इससे शहर में 3 लाख से ज्यादा की आबादी पानी के संकट से गुजर रही है।
इस पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (MP Minister) ने कहा कि योजना के तहत किए जा रहे काम की जांच IIT इंदौर (IIT Indore) से कराएंगे।
बुरहानपुर में 3 लाख आबादी पानी के लिए परेशान: चिटनीस ने सदन में उठाया मुद्दा; मंत्री ने कहा IIT इंदौर से कराएंगे जांच#burhanpurwatercrisis #watercrisis #ArchanaChitnis #KailashVijayvargiya
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) July 5, 2024
अर्चना चिटनीस ने ध्यानाकर्षण में उठाया मुद्दा
विधानसभा सत्र (MP Vidhan Sabha Assembly 2024) के दौरान ध्यानाकर्षण में अर्चना चिटनीस ने कहा कि जिले में जलावर्धन योजना का कार्य MPUDC द्वारा साल 2017 से किया जा रहा है।
काम की समय सीमा खत्म होने के बाद भी आज तक काम पूरा नहीं हुआ है। कार्य पूरा नहीं होने से शहर के 3 लाख से भी ज्यादा लोग पानी की परेशानी से जूझ रहे हैं।
वहीं योजना के तहत किए जा रहे काम की व्यवस्था भी बहुत खराब है। जो इनटैक बनाया था, वह भी पिछली बारिश में टूट गया। कंपनी 11 बार एक्सटेंशन ले चुकी है, लेकिन काम अभी तक पूरा नहीं हुआ।
पानी न मिलने पर मिल रहीं शिकायतें
चिटनीस ने कहा कि शहर में ट्यूबवैल पर आधारित करीब 45 साल पुरानी जलप्रदाय योजना संचालित है, जिससे पर्याप्त मात्रा में पानी की पूर्ति नहीं हो पा रही है।
वहीं पुरानी क्षतिग्रस्त पाईप लाईन होने की वजह से दूषित पानी मिलने पर शिकायतें भी लगातार मिल रही हैं। साथ ही रहवासियों के स्वास्थ्य पर भी खराब प्रभाव पड़ रहा है।
शासन ने इस योजना के तहत 100 करोड़ से भी ज्यादा रुपए खर्च कर दिए, इसके बावजूद योजना का लाभ स्थानीय लोगों को नहीं मिल पा रहा है।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा IIT से कराई जाएगी जांच
विधानसभा सत्र (MP Budget 2024) के दौरान ध्यानाकर्षण में रखे गए इस मुद्दे पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने IIT से जांच करने की बात कही है।
विजयवर्गीय ने कहा कि बुरहानपुर (Burhanpur MP News) जलावर्धन योजना का निर्माण कार्य नगर निगम और राज्य शासन के साथ किया जा रहा है।
त्रि-पक्षीय अनुबंध के तहत योजना का काम मध्य प्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड (MPUDC) के द्वारा विश्व बैंक की वित्तीय सहायता से अर्बन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत किया जा रहा है।
योजना के तहत 163 करोड़ की राशि की गई थी स्वीकृत
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि योजना के तहत MPUDC की साधिकार सह कार्यकारी समिति द्वारा साल 2016 के अगस्त महीने में 163 करोड़ 6975 की राशि स्वीकृत की गई थी।
12 जून साल 2017 में हुआ था अनुबंध
योजना के अंतर्गत निमार्ण कार्य के लिए मेसर्स जे.व्ही मुंबई के साथ तारीख 12 जून 2017 को 142.17 करोड़ का अनुबंध किया गया था। अनुबंध में 128.93 करोड़ निर्माण कार्य के लिए और 13.25 करोड़ 5 साल के संचालन के शामिल हैं।
साल 2019 में होना था काम पूरा
किए गए अनुबंध के मुताबिक, काम को 2 साल में (मई 2019) में पूरा किया जाना था। लेकिन जमीन उपलब्ध करने में देरी और कोविड-19 की वजह से काम पूरा नहीं हो पाया। जो काम ठेकेदार द्वारा देरी से किया गया, अनुबंध के प्रावधान के अनुसार लिक्विडिटी डैमेजेस के लिए 4,23,64,446 की राशि रोकी जा चुकी है।
877 घरों को कनेक्शन देना है बाकी
नवीन योजना ताप्ती नदी पर आधारित है और योजना के अन्तर्गत एनिकट, इन्टेक वैल, 50 MLD क्षमता का जल शोधन संयंत्र, रॉ क्लीयर वाटर मेन 294.59 जल वितरण तंत्र, 8 नई टंकियो का निर्माण और पहले से बनी 4 टंकियों को नए रूप से बनाने के साथ 34000 घरों में कनेक्शन शामिल हैं। ये सभी काम पूरे हो चुके हैं, केवल 877 घरों को कनेक्शन देना बाकी है।
शिकायतों का किया जा रहा निराकरण
बुरहानपुर शहर में जो पहले जल प्रदाय संरचना थी, उसे नए नेटवर्क पर स्थानांतरित किया जा रहा है। योजना का काम पूरा होने पर सभी निकायों के रहवासियों को जल प्रदान किया जाएगा।
शहर में ट्यूबवैल आधारित पुरानी क्षतिग्रस्त पाइप लाइन से दूषित पानी की शिकायत मिलने पर उसका तत्काल निराकरण किया जाता है। वर्तमान में 8 टंकियो से नए तंत्र से शुद्ध जल प्रदाय किया जा रहा है और बाकी 4 टंकियो के जोन में जल प्रदाय परिक्षण किया जा रहा है। इसके साथ ही पूरे नगर में ट्रायल जारी है।
30 सितंबर 2024 तक काम पूरा करने का लक्ष्य
प्रदाय किये जाने वाले पेयजल की गुणवत्ता के लिए जल पर कड़ी रिसर्च के लिए प्रयोगशाला बनाई गई है, जहां प्रतिदिन पानी की गुणवत्ता का परीक्षण किया जाता है और समय-समय पर जिन क्षेत्रों में पानी की सप्लाई की जा रही है, वहां भी परीक्षण किया जाता है।
योजना के तहत चल रहे काम को 30 सितंबर 2024 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य है। योजना का काम पूरा होने के बाद शहर के सभी घरों में शुध्द जल मिलेगा, जिससे दूषित पानी की समस्या भी खत्म होगी।
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