हाइलाइट्स
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23 अप्रैल को बुध होंगे वक्री
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तीन जातकों के अच्छे दिन होंगे शुरु
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12 दिन तक ये उड़ाएंगे मौज
Budh Vakri 2024 Meen: ग्रहों की चाल लोगों पर सीधा असर डालती है। बीते दिन मीन राशि (Meen Rashi) में बुध पहुंचे थे, जिसके बाद वे एक बार फिर अपनी चाल बदलने जा रहे हैं।
इस दिन हुआ था बुध का गोचर मीन में प्रवेश
बुध ने अपनी नीच राशि मीन में 13 अप्रैल शनिवार को प्रवेश किया था। अभी तक मार्गी चाल रहे बुध मीन राशि में वक्री (Budh Vakri in Meen 2024) होने जा रहे हैं।
कितने दिन के लिए वक्री होंगे बुध
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार बुध 10 दिन बाद मीन राशि में वक्री (Budh Vakri) होने जा रहे हैं।
बुध इस दिन होंगे वक्री
बुद्धि के देवता बुध देव 26 अप्रैल को वक्री होने जा रहे हैं। मीन राशि में बुध की वक्री चाल शुरू हो जाएगी। जो करीब 8 मई तक इसी राशि में उल्टी चाल चलेंगे।
बनाएंगे बुधादित्य योग
8 मई तक मीन राशि में बुध वक्री रहने के बाद यहां से निकलकर ये मेष राशि में प्रवेश (Budh Gochar in Mesh 2024) कर जाएंगे। मेष राशि में बुध पहले से ही विराजमान हैं।
सूर्य 13 अप्रैल को अपनी उच्च राशि मेष में प्रवेश कर गए हैं। लेकिन 8 मई को मेष में बुध के गोचर से सूर्य और बुध की युति होने पर बुधादित्य योग (Budhaditya Yog 2024 Meen) बन जाएगा। जिसके बाद एक बार फिर मौसम सही रहने लगेगा।
मेष में बनेगा त्रिग्रही योग बनेगा
ज्योतिषाचार्य पंडित शास्त्री के अनुसार मेष राशि में सूर्य (Surya Gochar 2024 Mesh) और शुक्र पहले से हैं, लेकिन बुध के इसमें पहुंचने के बाद त्रिग्रही योग (Trigrahi Yog) बन जाएगा।
6 दिन में टूट जाएगा बुधादित्य योग
बुध मेष राशि में 8 मई को पहुंचेंगे। जो सूर्य के साथ मिलकर बुधादित्य योग बनाएंगे, लेकिन 14 मई को सूर्य के वृष राशि में प्रवेश करने पर ये बुधादित्य योग टूट जाएगा।
किसके लिए शुभ फल देगी बुध की वक्री चाल
अपनी नीच राशि मीन में गोचर करने पर बुध जिन राशि के जातकों को अशुभ फल दे रहे थे। अब इनके लिए शुभ फल मिलने लगेंगे।
मीन में बुध की वक्री चाल से इन्हें होगा फायदा
अभी तक मीन राशि में बुध की मार्गी चाल से जिन जातकों को अशुभ फल मिल रहा था, अब वक्री चाल से उन्हें फायदा मिलने लगेगा। इसमें धनु, सिंह और मेष राशि के जातकों को फायदा होने लगेगा।
बुध की वक्री चाल का असर
बुध की वक्री चाल होने पर अब लोगों को निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी। आप लोगों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलने लगेगी। बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी। अपनी अच्छी तार्किक शक्ति के बल पर व्यापार में लाभ कमाएंगे।
वक्री चाल का मतलब क्या होता है
ज्योतिष में वक्री चाल का मतलब किसी भी ग्रह की राशि में उल्टी चाल से होता है। यानी जब ग्रह सीधी चाल चलते—चलते उल्टी चाल शुरू कर देता है तो उसे वक्री चाल कहते हैं। वक्री चाल में ग्रहों का असर उल्टा होता है। यानी जिस राशि को अभी तक अशुभ फल दे रहा था उसे अब शुभ फल मिलने लगेगा।
नोट: इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य सूचनाओं पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें।
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