हाइलाइट्स
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26 अप्रैल को बुध बदलेगा
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वक्री चाल से किसे होगा फायदा
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क्या होती है वक्री चाल
Budh Vakri 2024 Meen: ग्रहों की बदलती चाल जारी है। इस साल के राजा मंगल (Mangal) मौसम में बदलाव जा रहे हैं तो आने वाले दिनों में भी मंगल के साथ-साथ बुध और शुक्र की भी चाल बदलने वाली है।
दो दिन बाद ग्रहों की चाल में एक बड़ा परिवर्तन होने वाला है। बुद्धि के कारक बुध के साथ-साथ मंगल भी राशि बदलने जा रहे हैं।
कुछ ग्रहों एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करेंगे। तो वहीं कुछ ग्रहों की वक्री और मार्गी चाल शुरू हो जाएगी।
क्या होती है वक्री और मार्गी चाल
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार सभी नौ ग्रहों में बुध ऐसा ग्रह है जो मार्गी (Margi) और वक्री (Vakri) होता है। गुरू (Guru Ast) और शुक्र अस्त (Shukra Ast) होते हैं। जब ग्रह किसी राशि में कोई ग्रह सीधी चाल चलता है तो उसे मार्गी चाल (Magri chal kya hoti hai) कहते हैं। जब कोई ग्रह किसी राशि में उल्टी चाल चलता है तो उसे उस ग्रह की वक्री चाल कहा जाता है। वक्री का अर्थ होता है तिरछी नजर होना।
बुध कब वक्री हो रहे हैं
बुद्धि के कारक देव बुध आज से चार दिन बाद यानी 26 अप्रैल शुक्रवार को वक्री हो जाएंगे। वर्तमान में वे मीन राशि में हैं और इसी राशि में उनकी उल्टी चाल शुरू होगी। इसके 12 दिन बाद 8 मई बुधवार को वे एक बार फिर सीधी चाल शुरू कर देंगे।
मई में कब बनेगा बुधादित्य योग
अभी मेष राशि में सूर्य विराजमान हैं। जो 13 अप्रैल को मीन से मेष में आए थे। जबकि वर्तमान में बुध मीन राशि में है। जो 26 अप्रैल को वक्री होकर इसी राशि में उल्टी चाल चलेंगे। इसके बाद 8 मई को मीन राशि में मेष में प्रवेश (Budh Gochar in Mesh 2024) कर जाएंगे। इसके बाद सूर्य के साथ मिलकर मेष राशि में बुधादित्य योग (Budhaditya Yog 2024 Meen) बनाएंगे।
मई में किस राशि में बनेगा त्रिग्रही योग बनेगा
13 अप्रैल को सूर्य मेष में पहुंच गए हैं। 8 मई को बुध मेष राशि में पहुंच जाएंगे। यानी 8 ज्योतिषाचार्य पंडित शास्त्री के अनुसार मेष राशि में सूर्य (Surya Gochar 2024 Mesh) और शुक्र पहले से हैं, लेकिन बुध के इसमें पहुंचने के बाद त्रिग्रही योग (Trigrahi Yog) बन जाएगा।
इस दिन टूट जाएगा बुधादित्य योग
मेष राशि में पहले से विराजमान सूर्य के साथ बुध मिलकर 8 मई को बुधादित्य योग (Budhaditya yog) बनाएंगे, लेकिन 14 मई को सूर्य के वृष राशि में प्रवेश करते ही ये बुधादित्य योग टूट जाएगा। जिसके बाद एक बार फिर आंधी बारिश के योग बनेंगे।
किसके लिए शुभ फल देगी बुध की वक्री चाल
अपनी नीच राशि मीन में गोचर करने पर बुध जिन राशि के जातकों को अशुभ फल दे रहे थे। अब इनके लिए शुभ फल मिलने लगेंगे।
मीन में बुध की वक्री चाल से इन्हें होगा फायदा
अभी तक मीन राशि में बुध की मार्गी चाल (Budh Margi) से जिन जातकों को अशुभ फल मिल रहा था, अब वक्री चाल (Vakri Chal) से उन्हें फायदा मिलने लगेगा। इसमें धनु, सिंह और मेष राशि के जातकों को फायदा होने लगेगा।
किसे रहना होगा वक्र दृष्टि से सतर्क
धनु, सिंह और मेष राशि को छोड़कर शेष राशियों को बुध की वक्र दृष्टि (Budh Vakri 2024 Effect) से सतर्क रहना होगा। यानी इसमें वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, मकर, कुंभ और मीन राशि के जातकों को इस दौरान सतर्क रहना होगा। इन जातकों पर बुध के मार्गी होने पर शुभ फल मिल रहा था लेकिन अब बुध के वक्री होने पर इनकी परेशानियां बढ़ सकती हैं।
बुध की वक्री चाल का असर
बुध की वक्री चाल होने पर अब लोगों को निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी। आप लोगों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलने लगेगी। बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी। अपनी अच्छी तार्किक शक्ति के बल पर व्यापार में लाभ कमाएंगे।
नोट: इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य सूचनाओं पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें।
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