Budaun Gangrape and Murder Case: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बदायूं में 50 वर्षीय महिला के साथ गैंगरेप और मर्डर के मामले में मुख्य आरोपी महंत को पुलिस ने गिरफ्तार (Accused Priest Arrested) कर लिया है। घटना के बाद से ही आरोपी मंहत फरार था। इस पर पुलिस ने 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। इस घटना में पुलिस ने अब तक सभी तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
The third (main) accused in Budaun gangrape and murder case has been arrested. He had a bounty of Rs 50,000 on his head; further investigation is underway: SP Budaun pic.twitter.com/Zj1Yy2WaLA
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 8, 2021
इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। जिला मजिस्ट्रेट कुमार प्रशांत ने बताया, मुख्य आरोपी एक गांव में अपने अनुयायी के घर में छिपा था, यहीं से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में जिला पुलिस के साथ एसटीएफ को भी मामले की जांच के आदेश दिए गए थे। इसके साथ ही आरोपियों पर NSA के तहत कार्रवाई करने के आदेश थे।
CM Yogi Aditynath has taken cognisance of the Badaun rape incident and has directed to take strict action against the acussed in the case: Uttar Pradesh CMO
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 6, 2021
उत्तर प्रदेश के बदायूं में निर्भया जैसा गैंगरेप का दिलदहला देने वाला मामला 6 जनवरी को सामने आया था। 3 जनवरी को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पास के गांव में स्थित मंदिर में पूजा करने के लिए गई थी। तभी मंदिर के महंत, उसके चेले और ड्राइवर ने महिला को अपनी हवस का शिकार बना लिया। दुष्कर्म और हत्या करने के बाद देर रात महिला का शव उसके घर के दरवाजे पर फेंक कर फरार हो गए थे।
इस घटना में पुलिस की लापरवाही भी सामने आई थी। पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना नहीं किया था। पुलिस ने घटना के 48 घंटे बाद 5 जनवरी को महिला के शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ, महिला के प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोंट थे। गैंगरेप के बाद गुप्तांग में रॉड डाले जाने की बात भी सामने आई। महिला के शरीर पर चोट के गंभीर निशान भी मिले हैं। पसली, पैर फेंफड़े भी डैमेज हुए।
वहीं थानाध्यक्ष ने पुलिस के आलाधिकारी को गुमराह करते हुए बताया था, महिला की कुएं में गिरने से मौत हुई, ग्रामीणों और परिजनों के हंगामे के बाद थाना अध्यक्ष की लापरवाही उजागर हुई। इसके बाद एसएसपी ने थाना अध्यक्ष को निलंबित कर दिया था। फिलहाल SIT जांच कर रही है।