भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने दिल्ली में बैठक की इसमें एमपी के प्रदेश प्रभारी रामजी गौतम, प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल समेत कई नेता मौजूद रहे। मायावती ने कहा कि BSP कई राज्यों में बैलेंस ऑफ पावर में बनी हुई है। लेकिन विरोधी षड्यंत्र कर हमारे विधायकों को तोड़ लेते हैं। विधायकों की तोड़फोड़ और दलबदल को लेकर पार्टी ने रणनीति बनाई है और समर्थन देने के बजाए सरकार में शामिल होने पर विचार करेगी।
मायवती ने बीजेपी पर साधा निशाना
मायावती भारजा सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्यों में धार्मिक अल्पसंख्यकों व मुस्लिम समाज का भला तभी हो सकता है जब मजबूत व अहंकारी सरकार नहीं बल्कि गठबंधन की मजबूत सरकार होगी। इसके साथ ही मायावती ने सरकार से बाढ पीड़ितों की मदद की अपील भी की है।
ईमानदार उम्मीदवारों का हो चयन
मयावती ने कहा चुनाव में ईमानदार उम्मीदवारों का चयन किया जाना चाहिए। कई राज्यों में चुनाव जीतेने के लिए जातिवादी तत्वों द्वारा साम,दाम,दंड,भेद के हथकंडे अपनाए जाते हैं। इसी वजह बसपा के विधायकों को तोड़ लिया जाता है। इससे जनता के साथ विश्वासघात कर घोर स्वार्थी लोग सत्ता पर काबिज हो जाते हैं। इसलिए आगे इन विधानसभा चुनाव में बैलेंस ऑफ पावर बनने पर लोगों की चाहत के हिसाब से सरकार में शामिल होने पर विचार किया जाएगा।
आदिवासियों-दलितों पर हो रहा अत्याचार
बसपा सुप्रीमो ने कहा ने राजस्थान, मध्यप्रदेश में लगातार दलितों आदिवासियों, और अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार के मामले सामने आ रहे है। यह अति दुखद है। इसका समाधान तभी संभव है, जब सरकार में उनकी हितैषी पार्टी के सच्चे व ईमानदार प्रतिनिधि होंगे।
4 राज्यों के विधानसभा चुनावों पर है फोकस
बसपा सुप्रीमो ने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की। वरिष्ठ पदाधिकारियों और अन्य जिम्मेदार लोगों के साथ मंगलवार को दिल्ली में पार्टी कार्यालय में मध्यप्रदेश के हालातों, राजनीतिक समीकरण पर भी रायशुमारी की गई।
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