INDIA Alliance: बसपा के इंडिया गठबंधन में आने के कयास तेज हो गए हैं। बिजनौर के बसपा सांसद मलूक नागर के बुधवार को दिए गए बयान के बाद राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि जल्द मायावती इस संबंध में कोई बड़ा निर्णय ले सकती हैं।
मलूक नागर का उनका कहना है कि जब तक मायावती इंडिया गठबंधन(INDIA Alliance) के साथ नहीं आएंगी, तब तक इंडिया गठबंधन का वजूद ही नहीं है। बिना बसपा के भाजपा को हराया नहीं जा सकता।
सांसद मलूक ने दिया जोर
सांसद मलूक ने पूरा गणित भी फ़िट किया कि अगर विपक्ष के 37-38 फीसदी वोट शेयर में मायावती का 13% वोट-बेस जुड़ जाए, तो गठबंधन को बड़ी बढ़त मिल सकती है। और ये उत्तर प्रदेश में भाजपा के 44 फ़ीसदी वोट शेयर को पीछे छोड़ देगा।
पूरे देश में उनका वोट प्रतिशत गठबंधन को फ़ायदा ही पहुंचाएगा और तब बीजेपी को रोका जा सकता है। लेकिन फिर शर्त वही: मायावती को प्रधानमंत्री का चेहरा बनाया जाए।
अखिलेश ने कांग्रेस से बीएसपी को लेकर पूछा था सवाल
दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में अखिलेश ने बीएसपी के साथ बातचीत का मुद्दा उठाया। उन्होंने पूछा, ” क्या कांग्रेस पार्टी इस गठबंध के इतर बीएसपी के साथ बातचीत कर रही है, क्या वह बीएसपी को इस गठबंधन(INDIA Alliance) में लाना चाहती है?
कांग्रेस सबसे पहले इस पर अपना रुख स्पष्ट करे। अगर कांग्रेस ऐसा चाहती है तो वह साफ कर दे क्योंकि तब समाजवादी पार्टी को भी अपना स्टैंड इस गठबंधन को लेकर साफ करना पड़ेगा। ”
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मायावती देश की सबसे बड़ी नेता
बुधवार को बसपा सांसद मलूक नागर ने कहा कि देश में मायावती से बड़ा कोई दलित नेता नहीं है। बहन मायावती के बिना इंडिया गठबंधन(INDIA Alliance) जीतेगा नहीं। बसपा का अपना वजूद है। जिसे अब सब समझ चुके है।
कांग्रेस ने राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड में बसपा के विधायकों को तोड़ा था। कांग्रेस अपनी मानसिकता बदले और बहन मायावती से माफी मांगे।
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