कई लोग रात को सोते समय अनजाने में दांत पीसते हैं। इसे जब कोई व्यक्ति नींद में अपने दांतों को जोर से भींचता है या घिसता है, तो इसे ब्रक्सिज्म कहते हैं। ज्यादातर लोगों को इसका पता भी नहीं होता। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह तनाव, चिंता या नींद से जुड़ी समस्याओं के कारण होता है। कुछ मामलों में यह आदत बचपन से ही होती है। NIH की एक स्टडी के अनुसार, दिनभर का तनाव या चिंता रात में शरीर पर असर डाल सकती है। इससे दिमाग सोते समय भी एक्टिव रहता है और दांत पीसने लगता है। ब्रक्सिज्म कोई बीमारी नहीं है, लेकिन यह एक नींद से जुड़ा डिसऑर्डर हो सकता है। यह धीरे-धीरे दांतों और जबड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है। अगर सुबह जबड़े में दर्द हो, सिरदर्द हो या दांत घिसे हुए लगें तो यह ब्रक्सिज्म के लक्षण हो सकते हैं। कभी-कभी आपका साथी भी यह आवाज सुन सकता है।अगर यह आदत लंबे समय तक चले तो दांत टूट सकते हैं, मसूड़े कमजोर हो सकते हैं और जबड़े में हमेशा दर्द बना रह सकता है। डॉक्टर नाइट गार्ड या रिलैक्सेशन थैरेपी की सलाह देते हैं। तनाव कम करना और अच्छी नींद लेना इससे राहत दे सकते हैं। अगर आप या आपके किसी अपने को यह समस्या है, तो डेंटिस्ट से जरूर मिलें।
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