रीवा/सिंगरौली। मध्य प्रदेश के रीवा एवं सिंगरौली जिलों में रविवार को बारिश के चलते दो मकान ढहने से चार बच्चों सहित छह लोगों की मलवे में दबने से मौत हो गयी, जबकि चार अन्य घायल हो गये। इनमें से चार लोगों की मौत रीवा जिले में जबकि अन्य दो लोगों की मौत सिंगरौली जिले में हुई। रीवा के जिलाधिकारी इलैया राजा टी ने बताया कि रीवा जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर गढ़ थाना अंतर्गत घुचियारी बहेरा गांव में रविवार सुबह तेज बारिश के चलते एक कच्चा मकान ढहने से दो बच्चियों सहित एक ही परिवार के चार लोगों की मलवे में दबने से मौत हो गयी और एक बच्ची घायल हो गई। उन्होंने कहा कि मृतकों में मनोज पाण्डेय (35), उसकी मां केमली पाण्डेय (60) और मनोज की दो बेटियां काजल (आठ) एवं आंचल (सात) शामिल हैं। इलैया ने बताया कि इलाके में हो रही तेज बारिश के बीच रविवार सुबह इनका घर ढह जाने से ये सभी उसके मलबे में दब गये थे, जिससे उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इस हादसे में मनोज की एक और बेटी श्रेजल घायल हो गई, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एक बच्ची को बचाया
जिलाधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों ने मलबे में दबे इन लोगों को बाहर निकाला, लेकिन इनमें से केवल एक ही बच्ची को बचाया जा सका। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। वहीं, सिंगरौली जिले स्थित जयंत चौकी के प्रभारी अभिमन्यु द्विवेदी ने बताया कि सिंगरौली जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर विंध्यनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सैलो बस्ती में बीते 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश की वजह से रविवार तड़के एक झुग्गीनुमा मकान ढह जाने से एक ही परिवार के पांच लोग मलबे में दब गए थे, जिनमें से दो लोगों की मौत हो गई और तीन घायल हो गये। उन्होंने बताया कि मृतकों में नीरज मुंडा (10) एवं उसका छोटा भाई सनिका मुंडा (3) शामिल है। द्विवेदी ने बताया कि इस हादसे में इनकी बहन रागिनी मुंडा (3) और पिता गोला मुंडा (32) और मां विनीता मुंडा घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में से रागिनी मुंडा की हालत नाजुक बनी हुई है। उन्होंने बताया कि घटना के वक्त परिवार के सभी सदस्य घर के अंदर सोये हुए थे।