भोपाल। प्रदेश में बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी के खिलाफ बुधवार को यूथ कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। प्रदेशभर से राजधानी आए कांग्रेस के हजारों कार्यकर्ता सीएम हाउस का घेराव करने निकले। हालांकि पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को पीसीसी से निकलते ही रोक दिया। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए बेरीकेटिंग लगाई हुई है। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ भी हुई। पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन चलाई। वाटर कैनन से कार्यकर्ता तितर वितर हो गए। इसके बाद पुलिस ने कई कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भारी संख्या में भीड़ कांग्रेस कार्यालय के बाहर जमा हुई थी। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास ने मीडिया को बताया कि शिवराज सरकार कांग्रेस के प्रदर्शन से डर गई है। इसीलिए विधानसभा का सत्र समय से पहले ही खत्म कर दिया है। श्रीनिवास ने कहा कि मप्र बेरोजगारी में नंबर वन है। जब प्रदेश में लोग कोरोना से दम तोड़ रहे थे तब प्रदेश सरकार के मंत्री बंगाल चुनाव में प्रचार कर रहे थे। दिल्ली में देश का किसान 8 महीने से काले कानूनों का विरोध कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश में लोग कोरोना से नहीं बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की कमी से मरे हैं। लोगों को समय पर ऑक्सीजन, बेड और वेंटिलेटर की सुविधा नहीं मिल पाई।
प्रदर्शन में शामिल हैं कई नेता
बता दें कि कांग्रेस के इस प्रदर्शन में कई नेता दिग्गज नेता भी शामिल हुए हैं। मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सीपी मित्तल भी इस प्रदर्शन में शामिल हुए हैं। इसके साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, सुरेश पचौरी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, पूर्व मंत्री व विधायक सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा, जीतू पटवारी, सुरेंद्र सिंह हनी बघेल, युवा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष विक्रांत भूरिया, विधायक कुणाल चौधरी, विपिन वानखेड़े, आरिफ मसूद, लखन घनघोरिया, गोपाल सिंह डग्गी राजा, संगठन मंत्री राजीव सिंह भी यूथ कांग्रेस के इस प्रदर्शन में शामिल हुए हैं। कमलनाथ ने इस मौके पर भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश आज बेरोजगारी, मंहगाई, महिला अत्याचार और किसानों की आत्महत्या में नंबर 1 है। हमने सिर्फ प्रदेश में केवल साढ़े 11 महीने सरकार चलाई है। इस दौरान किसानों का कर्जा माफ किया गया है।