बालाघट। प्रदेश में अभी कोरोना का कहर पूरी तरह थमा नहीं था कि एक और नई आफत मंडराने लगा है। प्रदेश के बालाघाट जिले में डेरा बनाए साइबेरियन पक्षियों की मौत हो रही है। यहां पक्षियों की मौत के बाद एक नए संक्रमण का खतरा आने की आशंका जताई जा रही है। दरअसल बालाघाट के मोती तालाब परिसर में बड़ी संख्या में साइबेरियन पक्षी रहते हैं। यहां घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए ये पक्षी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। जानकारी के मुताबिक यहां पिछले एक सप्ताह में करीब 10 पक्षियों की मौत हो चुकी है। पक्षियों की मौत के बाद पशु विभाग भी एक्शन में दिख रहा है।
पशु विभाग के अधिकारियों ने मृत पक्षियों के पीएम उपरांत बिसरा जांच के लिए जबलपुर भेज दिया है। जांच के बाद ही पक्षियों की मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा। पशु चिकित्सक ने मीडिया को बताया कि पिछले दिनों से यहां साइबेरियन पक्षियों की मौत हो रही है। 2 दिन पहले भी यहां कुछ पक्षी मृत पाए गए थे। पक्षियों की मौत के बाद आंदाजा लगाया जा रहा है कि पक्षियों की मौत का कारण रिया वायरस इंफेक्शन हो सकता है। हालांकि मृत पक्षियों को जांच के लिए लैब में भेजा गया है। पक्षियों पर भी निगरानी रखी जा रही है। वहीं पशु चिकित्सकों के मुताबिक रिया वायरस के खतरे को भी नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है।
रूस से बालाघाट आते हैं पक्षी…
प्रदेश के बालाघट जिले में रूस के साइबेरिया प्रांत से हर साल पक्षी आते हैं। बालाघाट के मोती तालाब के पास लगे पेड़ों पर इन पक्षियों का डेरा रहता है। यहां रहने वाले ये पक्षी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। यहां रोजाना लोग इन पक्षियों को निहारने आते हैं। इन पक्षियों की खास बात यह है कि ये हवा में उड़ान तो भरते ही हैं साथ ही पानी में भी तैरने की क्षमता रखते हैं। सफेद रंगों के इन पक्षियों के पैर और चोंच नारंगी होती है। ये पक्षी देखने में सुंदर और लुभावने होते हैं। अब यहां इनकी मौत होने के बाद पशु विभाग में सनसनी फैल गई है। मृत पक्षियों को जांच के लिए जबलपुर लैब भेजा गया है। जांच के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा।