अजय नामदेव, शहडोल। सरकारी लचर व्यवस्था से नाराज एक युवक ने शहडोल जिले के बुढ़ार तहसील कार्यालय में तहसीलादर के सामने जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया है। जिसकी हालत गंभीर बनी हुई है। जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत के लड़ाई लड़ रहा है। दरअसल युवक का पड़ोसी के साथ जमीनी विवाद चल रहा है। जिसके न्याय के लिए लगातार कार्यलयों के चक्ककर लगा रहा था। सुनवाई नहीं होने से नाराज युवक ने सोमवार को तहसीलादर के सामने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। बुढ़ार थाना क्षेत्र के वार्ड नं 2 पंचवटी मोहल्ला के रहने वाले अज्जू प्रजापति का पड़ोस में रहने वाले एक शख्स से जमीनी कब्जा को लेकर लंबे समय विवाद से चल रहा था।
जिसकी शिकायत पीड़ित ने थाने, तहसील समेत अन्य कार्यलयों में की थी। बाबजूद इसके उसकी सुनवाई नहीं हुई। आज कुछ दबंग लोग उसकी जमीन पर कब्जा करने की नीयत से पहुंचे थे। जहां विवाद की स्थित निर्मित हो गई। जिस पर पीड़ित अज्जू ने 100 डायल में कॉल किया, थाने गया जहां से उसे यह कह के उलटे पांव लौटा दिया गया कि यह जमीनी विवाद है तहसील में जाइये। तहसील पहुंचे पीड़ित परिवार ने बुढार तहसीलदार मीनाक्षी बंजारे को मामले की जानकारी देते हुए न्याय की गुहार लगाई। जिस पर अनदेखी करते हुए मामला टाल दिया।
तहसीलदार के सामने ही पिया जहर
जिससे नाराज युवक अज्जू ने तहसील परिसर में तहसीलादर के सामने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ने लगी। बिगड़ती हालत देख सब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुढ़ार ले जाया गया। जहां हालत ज्यादा बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। यहां पीड़ित युवक जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है। वहीं इस पूरे मामले में पीड़ित परिवार इसके लिए कब्जा करने वाले पड़ोसी, व बुढ़ार पुलिस के साथ साथ तहसीलादर को दोषी ठहरा रहे हैं। यह कहते हुए कि यदि ये मामले के सुनवाई करते तो आज यह स्थिति निर्मित नहीं होती। वहीं इस पूरे मामले में तहसीलादर मीनाक्षी बंजारे का कहना है कि युवक ने उनके सामने जहरीले पदार्थ का सेवन तो किया है। लेकिन वे जनसुनवाई कार्य में लगी थी। उसका मामला दिखवाने के लिए कहा था, लेकिन युवक ने जल्दबाजी कर यह आत्मघाती कदम उठाया है।