Bomb Threat: देश की फ्लाइट्स में बम की धमकी मिलने का सिलसिला जारी है। सोमवार को इंडियन एयरलाइंस की 60 से ज्यादा फ्लाइट्स में बम ब्लास्ट की धमकी मिली। एयर इंडिया की दिल्ली-कोलंबो फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी।
एयर इंडिया की फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग
एयर इंडिया की दिल्ली-कोलंबो AI 281 फ्लाइट को धमकी मिलने के बाद कोलंबो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। इस फ्लाइट में 108 यात्री और 8 क्रू मेंबर थे। फ्लाइट की जांच की गई, लेकिन धमकी की खबर गलत साबित हुई।
15 दिनों में 400 से ज्यादा फ्लाइट्स में बम की धमकी
बीते 15 दिनों में 400 से अधिक उड़ानों में बम की धमकी मिली है। सभी धमकियां झूठी साबित हुई हैं। आज मिली धमकियों में एयर इंडिया और इंडिगो की 21-21 उड़ानें, और विस्तारा की 20 उड़ानें शामिल हैं।
सुरक्षा के लिए उठाए कदम
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि सोशल मीडिया पर बम की धमकियां मिलीं। इसके बाद सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया और सुरक्षा उपाय किए गए।
सिविल एविएशन मिनिस्टर ने क्या कहा ?
केंद्रीय सिविल एविएशन मिनिस्टर के राममोहन नायडू ने 27 अक्टूबर को कहा था कि केंद्र सरकार बम की झूठी धमकियां देने वालों को उड़ान भरने से रोकने के लिए कदम उठाने पर विचार कर रही है। इसके लिए सरकार कानूनों में संशोधन करने पर भी विचार कर रही है। कानूनों में बदलाव किए जाएंगे। जो लोग इस तरह की गतिविधियों में शामिल होंगे, उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी और जुर्माना लगाया जाएगा। ऐसे लोगों को नो फ्लाइंग लिस्ट में भी डाला जाएगा। हम आने वाले दिनों में इसकी घोषणा करेंगे।
अब तक 2 लोग अरेस्ट
दिल्ली पुलिस ने 26 अक्टूबर को 25 साल के युवक शुभम उपाध्याय को हिरासत में लिया। पुलिस के अनुसार, शुभम ने 25 अक्टूबर को IGI एयरपोर्ट पर फ्लाइट में बम की झूठी धमकी देने वाली दो पोस्ट की थीं। पूछताछ में उसने बताया कि वह प्रसिद्धि पाने के लिए ऐसा कर रहा था।
इससे पहले, मुंबई पुलिस ने छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से 17 साल के एक नाबालिग को पकड़ा था। उसके एक दोस्त के साथ पैसे को लेकर विवाद था। उसने अपने दोस्त के नाम से X अकाउंट बनाया और 14 अक्टूबर को 4 फ्लाइट में बम होने की झूठी जानकारी दी थी।
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केंद्र ने जारी की एडवाइजरी
केंद्र सरकार ने इन धमकियों के प्रति कड़ा रुख अपनाया है। आईटी मंत्रालय ने 26 अक्टूबर को एक सलाह जारी की थी, जिसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को चेतावनी दी गई थी कि यदि वे झूठी जानकारियों को तुरंत नहीं हटाते हैं, तो उन्हें आईटी एक्ट के तहत दी जाने वाली सुरक्षा खत्म कर दी जाएगी। मंत्रालय ने यह भी कहा कि ऐसी जानकारियों को तुरंत हटाना होगा और इसके बारे में संबंधित अधिकारियों को सूचित करना होगा।
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