रायपुर: छत्तीसगढ़ बीजेपी अब आक्रामक मोड में आ गई है। नई प्रभारी ने संगठन में जोश भरने एक बार फिर 22 जनवरी को सरकार की घेराबंदी का एलान किया है। मुद्दा वही पुराना किसान, धान और लॉ एंड ऑर्डर है। लेकिन इसको लेकर कांग्रेस विपक्ष पर मनोवैज्ञानिक दवाब बना रही है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ बीजेपी की नई प्रभारी के आने के बाद से राज्य बीजेपी में सक्रियता बढ़ गई है या यूं कह लें कि बीजेपी अब आक्रामक मोड में दिखने लगी है। बीजेपी 22 जनवरी को प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन करने जा रही है। इस आंदोलन में प्रभारी डी पुरंदेश्वरी भी शामिल होंगी। लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसको लेकर राज्य बीजेपी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के नेताओं को नई प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी हंटर मारती हैं तो वह काम करते हैं वरना उनके पास कोई काम बचा नहीं है।
मुख्यमंत्री के इस बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने कहा कि वो लोकतांत्रिक पार्टी है और 2 साल विपक्ष में रहने के बाद अब वह सरकार को सड़क पर उतरकर घेरने की तैयारी में है। डी पुरंदेश्वरी की सक्रियता से सरकार की पेशानी पर बल पड़ने लगा है इसीलिए वह घबरा रही है।
बीजेपी 22 जनवरी को बड़ा आंदोलन करने जा रही है। उससे पहले वह 13 जनवरी को भी प्रदेश भर में आंदोलन कर चुकी है। राज्य बीजेपी में नया करंट दौड़ने की बड़ी वजह नई प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के आने का परिणाम ही माना जा रहा है। इसीलिए कांग्रेस के निशाने पर प्रदेश बीजेपी के साथ-साथ अब उनकी प्रभारी भी हैं और माना जा रहा है ये तल्खी आने वाले दिनों में और बढ़ेगी।