औरंगाबाद (महाराष्ट्र)। (भाषा) महाराष्ट्र विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 12 विधायकों को कथित दुर्व्यवहार करने के आरोप में निलंबित किये जाने के एक दिन बाद, मंगलवार को औरंगाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करने के बाद कार्यकर्ताओं ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। भाजपा के ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) प्रकोष्ठ के एक पदाधिकारी ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘स्थानीय निकायों में ओबीसी वर्ग के लिए राजनीतिक आरक्षण कम होता जा रहा है और मराठा समुदाय को रोजगार और शिक्षा में आरक्षण से वंचित रखा जा रहा है, इन मुद्दों पर भाजपा ने वर्तमान सरकार का पर्दाफाश कर दिया है।
12 विधायकों का निलंबन लोकतंत्र की हत्या है।’’ एक पूर्व मेयर ने कहा कि एमवीए सरकार मराठाओं और ओबीसी को आरक्षण बहाल करने के पक्ष में नहीं दिखती और उसने भाजपा की आवाज को दबाने के लिए 12 विधायकों को निलंबित कर दिया। राज्य विधानसभा से सोमवार को भाजपा के 12 विधायकों को एक साल के लिए निलंबित कर दिया गया। उन पर राज्य सरकार ने विधानसभा अध्यक्ष के चैंबर में पीठासीन सभापति भास्कर जाधव के साथ ‘दुर्व्यवहार’ करने का आरोप लगाया है। वरिष्ठ भाजपा नेताओं और विधायकों ने अपने खिलाफ आरोपों को खारिज किया है।