हाइलाइट्स
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राहुल गांधी ने कहा था सभी नेता चुनाव लड़ें, जीतू ने नहीं मानी बात!
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लगातार नेताओं के पार्टी छोड़ने से जीतू के नेतृत्व पर उठ रहे सवाल
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प्रत्याशी के पार्टी छोड़ने पर बीजेपी ने की जीतू पटवारी के इस्तीफे की मांग
Lok Sabha Chunav 2024: अक्षय कांति बम की बीजेपी में एंट्री हो चुकी है। सोमवार को हुए सियासी घटनाक्रम से पीसीसी चीफ जीतू पटवारी को लगा अबतक का सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है। आपको बता दें कि अक्षय कांति बम के पाला बदलने से अब मध्यप्रदेश कांग्रेस के सियासी हाल कुछ इस तरह से नजर आ रहे हैं। कांग्रेस उम्मीदवार के यूं अचानक चुनावी मैदान से हट जाने से BJP की राह आसान हो गई है।
बीजेपी ने की जीतू के इस्तीफे की मांग: कांग्रेस के अंदर भी पनपी बगावती आग; वजह- पटवारी ने की राहुल गांधी की बात दरकिनार!@jitupatwari @RahulGandhi @BJP4MP #jitupatwari #RahulGandhi #BJP #BJP4IND #mpnews #madhyapradeshnews #bjp4mp
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राहुल का फरमान न मानना पड़ा भारी
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) की तारीखों के ऐलान के साथ ही कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में अपनी रणनीति तैयार करना शुरू कर दी थी। विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त और नए पीसीसी चीफ की ताजपोशी के बाद कांग्रेस लोकसभा चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहती थी।
प्रदेश में लोकसभा के उम्मीदवारों और दावेदारों पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भी बारीक नजर थी। कांग्रेस के अंदरखानों की मानें तो राहुल गांधी ने प्रदेश नेतृत्व को ये मैसेज भेजा था कि एमपी के सभी बड़े नेता लोकसभा का चुनाव जरूर लड़ें।
राहुल का ये मैसेज पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और उमंग सिंघार के लिए था। इनमें से सिर्फ दिग्विजय सिंह ने ही चुनाव लड़ने का बीड़ा उठाया, बाकी के सभी नेता मैदान में उतरने से बच गए।
इसके बाद आलाकमान भी जीतू पटवारी से नाराज बताया गया। अब अक्षय कांति बम के पाला बदलने से पार्टी में ये बात भी जोर शोर से उठ रही है कि, जीतू पटवारी इंदौर लोकसभा सीट से चुनाव क्यों नहीं लड़े।
बहरहाल सवाल बहुत हैं और इसके जवाब राजनीति के उस गर्भ में छिपे हैं, जिसे ढूंढ पाना इस वक्त कांग्रेस के लिए बेहद मुश्किल है।
खजुराहो और इंदौर लोकसभा सीट पर जिस तरह से बीजेपी ने बढ़त बनाई, इसके बाद कांग्रेस के लिए आगे का चुनाव बेहद मुश्किल हो सकता है।
लगातार नेताओं के पार्टी छोड़ने से जीतू के नेतृत्व पर उठ रहे सवाल
कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बीजेपी में शामिल होने के बाद अब इंदौर में बीजेपी के सामने वॉकओवर जैसी स्थिति बन गई है।
वहीं लगातार कांग्रेस नेताओं के पार्टी छोड़ने पर इंदौर से आने वाले पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के नेतृत्व पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
इसमें दिलचस्प बात ये है कि अक्षय कांति बम का टिकट जीतू पटवारी ने ही फाइनल करवाया था। ऐसे में ये पूरा घटनाक्रम जीतू पटवारी पर सवाल खड़े करता नजर आ रहा है।
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बीजेपी ने की जीतू के इस्तीफे की मांग
कांग्रेस में हुए इस सियासी घटनाक्रम को देख बीजेपी ने भी सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। CM मोहन यादव ने इस घटनाक्रम पर कहा कि इसमें सबसे खास बात ये है कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जिस क्षेत्र से आते हैं, अगर उस क्षेत्र का प्रत्याशी यदि अपनी लोकसभा सीट का टिकट लौटा रहा है, तो इसका मतलब है कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को इस्तीफा दे देना चाहिए।
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