बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में कथित हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी हत्याकांड मामले में पुलिस के एक बार फिर बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने इस संबंध में पूछताछ के बाद 3 और युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक इन आरोपियों ने मुख्य आरोपी कपिल त्रिपाठी को भागने में मदद की थी। ये लोग संजू त्रिपाठी को बिलासपुर से भिलाई तक कार से छोड़ने गए थे। मामले की जांच करने के बाद यह कार्रवाई सकरी थाना पुलिस ने की है। बता दें कि मामले में 11 आरोपियों की गिरफ्तारी इससे पहले ही की जा चुकी है।
बता दें कि मामले में सोमवार को ही 7 आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया था, जिसके बाद यह एक और बड़ी कार्रवाई की गई है। पुलिस जांच में सामने आया है कि परिवार वालों का हाथ ही संजू की हत्या की वारदात में है। संपत्ति विवाद और उसके पिता की दत्तक पुत्री से दुष्कर्म की वारदात इस हत्या की वजह बनी। संजू से परेशान होकर उसके घर वालों ने 5 शूटरों को यूपी से बुलाया और उसकी हत्या करवाई। इससे पहले उनके रहने की व्यवस्था भी की गई। रेकी गई और संजू को मौत के घाट उतार दिया गया। हत्या की वारदात की कुछ देर बाद ही संजू का छोटा भाई व अन्य सभी आरोपी भाग खड़े हुए थे। लेकिन नेपाल पहुंचने पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस के अनुसार इस मामले में संजू के पिता जयनारायण त्रिपाठी व छोटे भाई कपिल त्रिपाठी ने हत्या की साजिश रची थी। पूलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि शूटरों के लिए यही लोग संजू के पास तक ले गए थे और हत्या की वारदात के बाद शूटरों को कोटा की तरफ भगा दिया।
ऐसे पकड़ा गया था कपिल त्रिपाठी
हत्या के बाद से ही पुलिस छत्तीसगढ़ सहित आसपास के 5 राज्यों में आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी। साथ ही पुलिस की साइबर सेल लगातार आरोपियों के जुड़े हुए लोगों के मोबाइल नंबरों को ट्रेस कर रही थी। इसी बी कपिल त्रिपाठी की एक गलती से वह पुलिस के शिकंजे में आ गया। बताया गया है कि वह गोंदिया फिर इसके बाद किसी तरह मध्य प्रदेश के भोपाल पहुंच गया। लेकिन यहां उसने जिस टैक्सी ड्राइवर से लिफ्ट ली उसके मोबाइल से अपने एक सहयोगी को फोन किया। जिसके बाद साइबर सेल को उसकी लोकेशन की जानकारी लग गई। पुलिस ने टैक्सी ड्रावर से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने दो लोगों को इंदौर की बस में बैठाया है। पुलिस को आगे जाकर पता चला कि आरोपी इंदौर से दिल्ली रवाना हुए है। पुलिस ने दिल्ली पहुंचकर काठमांडु के लिए जाने वाली बस को लखनऊ में रोककर कपिल को गिरफ्तार कर लिया। वहीं अन्य आरोपियों को भी यूपी से गिरफ्तार कर लिया गया।