Bilaspur Illegal Liquor Seized: बिलासपुर में आबकारी विभाग ने नगर निकाय चुनाव से ठीक एक दिन पहले बड़ी कार्रवाई की है। यहां आबकारी विभाग की स्टेट और डिविजन टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 1 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध शराब जब्त की है।
बताया जा रहा है, यह शराब चुनाव में खपाने के लिए लाई गई थी। बता दें, आबकारी विभाग के स्टेट और डिविजनल टीम की संयुक्त कार्रवाई में चकरभाठा थाना क्षेत्र के छतौना से यह 1,000 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की गई।
क्या था पूरा मामला?
बिलासपुर में आबकारी विभाग को सूचना मिली थी कि एक कंटेनर में भारी मात्रा में अवैध शराब लाई जा रही है। इसके बाद टीम ने छतौना इलाके की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पाया गया कि एक कंटेनर में 1,000 पेटी अंग्रेजी शराब ले जाया जा रहा है, जिस पर कोई होलोग्राम नहीं लगा था। बाद में पता चला कि यह शराब भूटान भेजने के नाम पर गोवा से लाई गई थी, लेकिन असल में इसका इस्तेमाल चुनाव के दौरान करने की योजना थी।
कोड वर्ड से होती थी डिलीवरी
अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिली थी, शराब की डिलीवरी के लिए ‘जय मां लक्ष्मी’ कोड वर्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस कोड का इस्तेमाल डीलरों के बीच पहचान के लिए उपयोग किया जाता था, ताकि अवैध शराब को गुप्त रूप से बेचा जा सके।
दो आरोपी गिरफ्तार
कार्रवाई के दौरान आबकारी टीम ने कंटेनर के ड्राइवर और डिलीवरी बॉय को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि पंकज सिंह और जय बघेल के निर्देश पर फर्जी परमिट पर भूटान से शराब बिलासपुर लाई गई थी।
आबकारी विभाग दोनों की गंभीरता से तलाश कर रहा है। पंकज सिंह का नाम पहले भी शराब तस्करी में सामने आ चुका है, जबकि जय बघेल दो-तीन साल पहले आबकारी विभाग में सुपरवाइजर के पद पर काम कर चुका है। दोनों ने भूटान के नाम पर फर्जी परमिट बनाकर गोवा से बिलासपुर शराब लाई थी। जांच में पता चला कि वाहन संदिग्ध था और परमिट भी फर्जी पाया गया।
हरियाणा का पंजीकृत वाहन
ड्राइवर ने बताया कि वह अंबाला से है, जबकि डिलीवरी करने वाले ने बताया कि वह ग्रेटर नोएडा से है। जांच के दौरान ब्लैक डॉट कंपनी की 1,000 से अधिक विदेशी शराब की बोतलें बरामद की गईं। जब्त कंटेनर हरियाणा में पंजीकृत वाहन है, जिसका मालिक बलदेव सिंह बताया जा रहा है। वाहन संख्या HR-68-Q 4175 है।
आगे की कार्रवाई
आबकारी विभाग ने जब्त शराब को अपने कब्जे में लेकर आगे की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि चुनाव के दौरान इस तरह की अवैध शराब की खपत बढ़ जाती है, इसलिए विभाग विशेष सतर्कता बरत रहा है। फिलहाल, पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ जारी है और इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।
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