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CG News: कार्रवाई के खौफ से कानन जू को सौंपे 55 तोते, तोता-मैना पालने और बेचने वालों को होगी जेल

CG News: छत्‍तीसगढ़ में लव बर्ड्स पालने पर प्रतिबंध है। इसे बाद भी पंछी प्रेमी तोता-मैना या फिर अन्‍य पंछियों को पाल रहे हैं।

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Kalpana Madhu
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CG News: छत्‍तीसगढ़ में लव बर्ड्स पालने पर प्रतिबंध है। इसे बाद भी पंछी प्रेमी तोता-मैना या फिर अन्‍य पंछियों को पाल रहे हैं। उनको कैद करके रख रहे हैं।

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इसी तरह किसी जंगली जानवर को आप पाल रहे हैं तो सावधान हो जाइये। क्‍योंकि वन्‍य जीवों के संरक्षण नियमों के तहत उनको घर में कैद करके रखना प्रतिबंधित है।

इसी वन्‍य जीव संरक्षण अधिनियम (Wild Life Protection Act) के तहत वन मुख्‍यालय ने सभी डीएफओ को एक आदेश जारी किया है। इस आदेश में पंछियों (Chhattisgarh News) को पालने वाले लोगों को अल्‍टीमेटम दिया है।

इसमें कहा गया है कि घर के अंदर जो भी बर्ड्स पाल रखे हैं, उन्‍हें चिड़ियाघर में लाकर जमा करा दें। ऐसा नहीं करने वालों पर सात दिन के बाद कार्रवाई होगी, इतना ही नहीं जेल भी हो सकती है।

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वन विभाग की चेतावनी का असर दिखने लगा है। लोग अब घर पर पाले गए तोते को विभाग के सुपुर्द करने लगे। रविवार को 55 तोते कानन जू को दिया गया, जिन्हें जू प्रबंधन ने क्वारंटाइन सेंटर में रखा है। चूंकि सभी स्वस्थ हैं। इसलिए उच्चाधिकारियों से अनुमति लेकर आधी-आधी संख्या में अचानकमार टाइगर रिजर्व में छोड़ा जाएगा।

दुकान से तोता बेचने वालों पर भी एक्‍शन

रायपुर डीएफओ ने वन मुख्‍यालय के निर्देशों के परिपालन में वन परिक्षेत्र (Chhattisgarh News) के लोगों को 7 दिन का अल्‍टीमेटम दिया है। इसमें कहा गया है कि अब घर पर तोता-मैना नहीं रख सकेंगे।

जो लोग तोता पाल रहे हैं, वे उन्‍हें आजाद कर दें, उन्‍हें चिड़ियाघर में लाकर छोड़ दें। यदि उक्‍त आदेश का पालन नहीं किया तो जेल हो जाएगी। इतना ही नहीं जो लव बर्ड्स का व्‍यवसाय कर रहे हैं, बाजार में दुकानें खोलकर तोता बेच रहे हैं, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।

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इस टोल फ्री नंबर पर करें कॉल

वन मुख्‍यालय से जारी आदेश के अनुसार तोता-मैना पालने वाले सात दिनों के अंदर वन्‍य पंछी चिड़ियाघर में लाकर छोड़ दें। तोता पालने वालों के लिए एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। इस टोल-फ्री नंबर 18002337000 पर कॉल कर भी पंछियों को छोड़ सकते हैं। इसके अलावा इस संबंध में मार्गदर्शन भी प्राप्‍त कर सकते हैं।

जू प्रबंधन बना रहा सूची

कानन पेंडारी जू प्रबंधन तोते लेकर आने वाले लोगों की सूची तैयार कर रहा है। इसके तहत एक वनकर्मी की ड्यूटी लगाई गई है, जो रजिस्ट्रर में प्रत्येक नाम, पता व मोबाइल नंबर दर्ज कर रहा है। इसके अलावा यह भी जानकारी ले रहा है कि वह कितने साल से तोते को पालकर रखे थे।

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