हाइलाइट्स
- मतदाता सूची को अपडेट करने की प्रक्रिया
- आधुनिक तकनीक की मदद से मतदाता सूची तैयार
- विपक्ष के सवालों पर ज्ञानेश कुमार का जवाब
Bihar Voter List Update: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार में मतदाता सूची को शुद्ध करना जरूरी है और यह प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ हो रही है। उन्होंने बताया कि आखिरी बार 1 जनवरी 2003 को मतदाता सूची का गहन परिशोधन हुआ था, जो आज से 22 साल पुराना हो गया है। इसलिए इसे बदलना जरूरी है।
मतदाता सूची को अपडेट करने की प्रक्रिया
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि जुलाई से अगस्त के बीच बिहार में 2003 की तरह गहन परिशोधन किया जाएगा। इस प्रक्रिया में एक लाख से ज्यादा बूथ लेवल ऑफिसर और डेढ़ लाख से अधिक राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट शामिल हैं। मतदाता फॉर्म के साथ जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे, लेकिन अगर किसी के पास तुरंत दस्तावेज नहीं हैं, तो वे बाद में भी जमा कर सकते हैं।
आधुनिक तकनीक की मदद से मतदाता सूची तैयार
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि आधुनिक तकनीक की मदद से मतदाता सूची पूरी तरह पारदर्शी तरीके से तैयार की जाएगी। मतदाता सूची में सभी की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी और हर पात्र नागरिक को इसमें शामिल किया जाएगा, जबकि अपात्र व्यक्तियों को सूची से हटा दिया जाएगा।
विपक्ष के सवालों पर ज्ञानेश कुमार का जवाब
विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों पर ज्ञानेश कुमार ने कहा कि ‘हम राजनीतिक दलों से लगातार संवाद कर रहे हैं मतदाता सूची को शुद्ध करने की प्रक्रिया में सभी की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जब कोई जटिल निर्णय लेना होता है, तो वे संविधान का ही रास्ता चुनते हैं।
मतदाता सूची को शुद्ध करना जरूरी
ज्ञानेश कुमार ने जोर देकर कहा कि मतदाता सूची को शुद्ध करना जरूरी है, ताकि किसी प्रकार की चुनावी धांधली न हो सके। उन्होंने बताया कि लोक प्रतिनिधित्व कानून के तहत हर चुनाव से पहले मतदाता सूची को अपडेट करना अनिवार्य है। इस प्रक्रिया में सभी पार्टियां सहयोग कर रही हैं और मतदाता सूची को पूरी तरह पारदर्शी तरीके से तैयार किया जाएगा।
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