Bihar Cabinet Decisions, Bihar Gaya Rename Gaya ji: बिहार के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व वाले शहर ‘गया’ को अब नए नाम से जाना जाएगा। नीतीश सरकार ने शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में एक अहम फैसला लेते हुए गया शहर का नाम बदलकर ‘गया जी’ कर दिया है। यह निर्णय न केवल स्थानीय आस्था और संस्कृति के सम्मान को दर्शाता है, बल्कि बिहार को सांस्कृतिक दृष्टि से एक नई पहचान भी देने जा रहा है।
अब सरकारी दस्तावेजों में होगा ‘गया जी’ दर्ज
गया एक ऐसा तीर्थ स्थल है जो पिंडदान, मोक्ष प्राप्ति, और बोधगया में गौतम बुद्ध के ज्ञान से जुड़ा है। वर्षों से स्थानीय लोग और श्रद्धालु इस शहर को ‘गया जी’ कहकर ही संबोधित करते रहे हैं। अब यह संबोधन आधिकारिक रूप ले चुका है। सामान्य प्रशासन विभाग से आए इस प्रस्ताव को बिहार कैबिनेट ने मंजूरी देकर ऐतिहासिक मोड़ दे दिया है। बता दें, जहां एक ओर बोधगया में अंतरराष्ट्रीय बौद्ध पर्यटक आते हैं, वहीं हिंदू धर्म के लिहाज से भी शहर का ऐतिहासिक महत्व है।
बिहार के धार्मिक पर्यटन को नई गति
नीतीश कुमार के सरकार के 20 साल के कार्यकाल में यह पहली बार है कि किसी शहर का नाम बदलने (Bihar Gaya Rename) की मांग को मंजूरी दी गई है। गया नगर निगम द्वारा पहले ही शहर के नाम बदलने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे चुकी है। जिसके बाद मंजूरी के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया था। गया जी नाम के आधिकारिक होते ही बिहार के धार्मिक पर्यटन को भी नई गति मिलने की संभावना है।
कर्मचारियों को डीए बढ़ोतरी और विकास योजनाओं पर भी मुहर
इस कैबिनेट बैठक में केवल नाम बदलने तक ही सीमित नहीं रहा फैसला। 69 बड़े प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई, जिसमें सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता (DA) बढ़ाकर 55% कर दिया गया है। इसके साथ-साथ कैंसर रिसर्च के लिए नई कमिटी, शहीदों के परिवारों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, और पंचायत भवनों में सुधा मिल्क पार्लर खोलने जैसे निर्णय भी शामिल हैं।
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बिहार के लोगों की आस्था को मिला सम्मान
इस फैसले को लेकर स्थानीय जनता में खुशी की लहर है। लोगों का कहना है कि यह बदलाव केवल नाम का नहीं, बल्कि संवेदनाओं का सम्मान है। वर्षों से लोगों की मांग थी कि गया को धार्मिक सम्मान के अनुरूप नाम दिया जाए, जो अब पूरा हो गया है। सोशल मीडिया पर भी इस फैसले की तारीफ हो रही है।
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