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हाइलाइट्स
तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा शुरू
महागठबंधन में CM फेस पर कन्फ्यूजन नहीं
राहुल गांधी यात्रा के बाद नई सियासी चाल
Bihar Adhikar Yatra Tejashwi Yadav: पटना से जहानाबाद तक नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ मंगलवार (16 सितंबर) से शुरू हो गई। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा और साफ कहा कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री (CM) चेहरे को लेकर कोई भ्रम नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी फिलहाल नीतीश कुमार को साथ रखे हुए है, लेकिन अंदर ही अंदर उन्हें हटाने की कोशिश कर रही है।
https://twitter.com/yadavtejashwi/status/1967857421541577227
तेजस्वी बोले- घुसपैठिया मुद्दा सिर्फ चुनावी शिगूफा
तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि घुसपैठियों को बाहर निकालने से किसी ने नहीं रोका। वे पिछले 11 साल से सत्ता में हैं, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस काम नहीं किया। तेजस्वी के मुताबिक, चुनाव आते ही ऐसे मुद्दों को हवा दी जाती है ताकि जनता असली सवालों से भटक जाए। उन्होंने कहा कि बिहार में बेरोजगारी, शिक्षा, उद्योग और किसानों की समस्याएं हैं, लेकिन इन पर बात करने से बचा जा रहा है।
[caption id="" align="alignnone" width="1600"] बिहार अधिकार यात्रा।[/caption]
पत्रकारों पर हमले को लेकर नीतीश कुमार को घेरा
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर भी सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के चहेते मुख्यमंत्री पत्रकारों को गाली देते हैं और उनके खिलाफ हिंसा होती है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि 2005 से पहले जैसी घटनाएं अब फिर से हो रही हैं। उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अब अचेत अवस्था में हैं और राज्य की दिशा तय करने में नाकाम साबित हो रहे हैं।
[caption id="" align="alignnone" width="1280"] बिहार अधिकार यात्रा।[/caption]
क्यों शुरू हुई यात्रा
आरजेडी नेता ने कहा कि यह यात्रा किसानों और मजदूरों के सम्मान के लिए है। महिलाओं की सुरक्षा, युवाओं को रोजगार और बिहार में उद्योग-कारखाने लगाने की मांग के लिए यह पहल की गई है। तेजस्वी का कहना है कि पिछली यात्राओं में कुछ जिले छूट गए थे, इसलिए इस बार उन्हें कवर किया जाएगा। यात्रा के दौरान तेजस्वी 11 जिलों से गुजरेंगे और 20 सितंबर को वैशाली में इसका समापन करेंगे।
5 दिनों तक चलेगी यात्रा
पहले दिन यात्रा पटना से जहानाबाद पहुंची जहां बड़ी संख्या में समर्थक जुटे। आरजेडी के मुताबिक, सभा में लगभग 20 हजार लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इसके बाद यात्रा नालंदा के इस्लामपुर और हिलसा होते हुए पटना जिले के फतुहा तक जाएगी। पांच दिनों की इस यात्रा में तेजस्वी सीधे जनता से संवाद करेंगे और संगठन को मजबूती देंगे।
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राहुल गांधी की यात्रा के बाद नई सियासी बिसात
तेजस्वी यादव की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब हाल ही में राहुल गांधी ने बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पूरी की है। उस यात्रा में तेजस्वी भी शामिल हुए थे और जनता से जबरदस्त समर्थन मिला था। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि राहुल गांधी की यात्रा से कांग्रेस को खासा फायदा हुआ और उसने बिहार में अपनी सक्रियता को दिखाया। इस वजह से कांग्रेस अब सीट शेयरिंग और मुख्यमंत्री चेहरे के सवाल पर अपनी शर्तें रखने की स्थिति में है।
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वोटर अधिकार यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ तेजस्वी।[/caption]
कांग्रेस बनाम आरजेडी, किसका पलड़ा भारी
राहुल गांधी की सक्रियता के बाद कांग्रेस यह साबित करने में जुटी है कि वह सिर्फ आरजेडी की सहायक पार्टी नहीं है बल्कि उसका अपना जनाधार और राजनीतिक कद भी है। ऐसे में तेजस्वी यादव की अकेली यात्रा को आरजेडी की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि वह अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाना चाहते हैं और यह संदेश देना चाहते हैं कि महागठबंधन में उनकी ही अगुवाई मान्य है।
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तेजस्वी यादव और राहुल गांधी।[/caption]
किन जिलों से होकर गुजरेगी यात्रा
तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ जिन जिलों से होकर गुजर रही है, वहां राजनीतिक समीकरण बेहद दिलचस्प हैं। जहानाबाद जैसे इलाके में जहां 2020 में महागठबंधन ने सभी सीटें जीती थीं, इस बार चुनौती उनके ही बड़े भाई तेज प्रताप यादव से मिल रही है।
वहीं, नालंदा में नीतीश कुमार के गढ़ में आरजेडी इस बार बेहतर प्रदर्शन की तैयारी में है। पटना जिले की अहमियत राजधानी होने के कारण और बढ़ जाती है, जहां पिछली जीत को बरकरार रखना तेजस्वी की बड़ी रणनीति है। बेगूसराय, खगड़िया और मधेपुरा जैसे जिलों में नए समीकरणों को साधने की कोशिश हो रही है, जबकि यादव बहुल सहरसा और सुपौल में पकड़ मजबूत करना उनकी प्राथमिकता है।
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इन जिलों से गुजरेगा तेजस्वी की 'बिहार अधिकार यात्रा'।[/caption]
समस्तीपुर और वैशाली में स्थिति और जटिल है, क्योंकि यहां तेज प्रताप यादव भी सक्रिय हैं और लगातार अपने इलाके में कैंप कर रहे हैं। महुआ सीट से चुनाव लड़ने की उनकी तैयारी तेजस्वी के लिए नई चुनौती खड़ी कर सकती है। यही वजह है कि इस यात्रा में तेजस्वी यादव लोकल नेताओं से मिलकर फीडबैक ले रहे हैं और कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भर रहे हैं। साफ है कि यह यात्रा सिर्फ जनता से जुड़ने की कवायद नहीं, बल्कि संगठन को मजबूत करने और महागठबंधन में अपनी स्थिति को और पुख्ता करने का अभियान भी है।
FAQs
Q. बिहार अधिकार यात्रा क्यों शुरू की गई है?
तेजस्वी यादव ने इस यात्रा की शुरुआत किसानों और मजदूरों के सम्मान, महिलाओं की सुरक्षा, युवाओं को रोजगार और बिहार में उद्योग-कारखाने लगाने की मांग के लिए की है। साथ ही वह कार्यकर्ताओं को मजबूत करने और जनता से सीधा जुड़ाव बनाने की रणनीति अपना रहे हैं।
Q. यात्रा किन जिलों से होकर गुजरेगी?
यह यात्रा पटना से शुरू होकर जहानाबाद, नालंदा, फतुहा, बेगूसराय, खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, समस्तीपुर और वैशाली से होकर गुजरेगी। कुल 11 जिलों को इसमें शामिल किया गया है और 20 सितंबर को वैशाली में इसका समापन होगा।
Q. इस यात्रा का राजनीतिक महत्व क्या है?
राहुल गांधी की यात्रा के बाद कांग्रेस ने बिहार में सक्रियता बढ़ाई है। इस स्थिति में तेजस्वी यादव अपनी अलग यात्रा निकालकर यह संदेश देना चाहते हैं कि महागठबंधन में उनकी ही अगुवाई है और वह निर्विवाद मुख्यमंत्री चेहरा हैं।
Q. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री पर क्या आरोप लगाए?
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री 11 साल से सत्ता में हैं लेकिन घुसपैठियों के मुद्दे पर कोई काम नहीं हुआ। वहीं नीतीश कुमार पर उन्होंने कहा कि पत्रकारों पर हमले हो रहे हैं और मुख्यमंत्री अब अचेत अवस्था में हैं, राज्य की दिशा तय करने में असफल हो रहे हैं।
Nano Banana: सावधान! क्या आप भी बना रहे Gemini से फोटो? AI Saree Photo में लड़की का छुपा तिल दिखा! प्राइवेसी पर उठे सवाल
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Ghibli Trend के बाद आजकल सोशल मीडिया पर Google Gemini का Nano Banana ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। यह Google Gemini का AI Photo जेनेरेशन टूल है। लोग इस टूल के जरिए अपनी तस्वीरों को अलग-अलग लुक्स और स्टाइल में बनवाकर इंस्टाग्राम, फेसबुक और एक्स पर शेयर कर रहे हैं। लेकिन इसी ट्रेंड के बीच एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने लोगों को चौंका दिया है। इंस्टाग्राम की एक यूजर ने दावा किया है कि Google Gemini ने उनकी एक एडिटेड फोटो में वह तिल भी दिखा दिया, जो असली तस्वीर में बिल्कुल नजर नहीं आ रहा था। इस वाकये के सामने आने के बाद AI को लेकर यूजर्स पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।
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