ग्वालियर। चीन में एक बार कोरोना Holi Holiday Cancelled फिर पैर पसारता जा रहा है। ऐसे में भारत में भी सतर्कता बरती जा रही है। इसी बीच डर इस बात का है कि कल यानि 18 मार्च को धुरैड़ी है। दो साल के इंतजार के बाद लोग एक बार फिर पूरे रंग और उमंग के साथ होली खेलेंगे। ऐसे में ये भी आशंका जताई जा रही है कि होली पर कैमिकल युक्त रंगों से लोग भरपूर मस्ती करेंगे।
साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग भी कम होने से लोगों में कोरोना का खतरा बढ़ सकता है। खासतौर पर गंभीर बीमारी से पीड़ित और पहले कोरोना की मार झेल चुके लोगों के लिए ये रिस्क हो सकता है। आपको बता दें इसी के चलते ग्वालियर में प्रशासन ने जिला अस्पताल में एमरजेंसी वार्ड में लगे डाक्टरों की छुट्टी 18 मार्च यानि धुरैडी के लिए कल कैंसिल कर दी है।
कोरोना से ठीक हुए मरीज रखें ध्यान
वर्तमान में हर्बल कलर का उपयोग सबसे अच्छा माना जाता है। लेकिन मार्केट में तो कैमिकल युक्त कलर का उपयोग लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में इस समय उन लोगों को विशेष सतर्क रहने की जरूरत है। जो कोरोना से ठीक हुए हैं। चूंकि केमिकल सीधे फेंफड़ों को डेमेज कर सकता है, इससे उनकी जान को भी खतरा हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि केमिकल युक्त रंगों के उपयोग से बचा जाए। इसकी जगह नेचुरल रंगों का उपयोग किया जाए।
18 मार्च को धुरैडी पर नहीं मिलेगी छुट्टी
आपको बता दें शहर में 18 मार्च होली के दिन जिला अस्पताल सहित अन्य सरकारी अस्पतालों में उन डॉक्टरों की छुट्टी कैंसिल कर दी गई है जो इमरजेंसी वार्ड में तैनात रहते हैं। साथ ही यहां तैनात कंपाउंडर और नर्स भी ड्यूटी पर रहेंगे। अगर डॉक्टर का कोई इमरजेंसी आती भी है तो उनकी जग दूसरे डाक्टर की तैनाती निश्चित की जाएगी।