भुवनेश्वर। ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता विष्णु चरण सेठी का सोमवार को यहां एक सरकारी अस्पताल में निधन हो गया। वह 61 वर्ष के थे। सेठी को 16 अगस्त को एम्स, भुवनेश्वर में भर्ती कराया गया था, जहां उनका गुर्दे से संबंधित बीमारी का इलाज चल रहा था। एम्स, भुवनेश्वर के अधीक्षक एस. एन. मोहंत ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ उनके फेफड़ों में संक्रमण हो गया था और उन्हें मस्तिष्क आघात भी हुआ था। हालांकि, उनका निधन हृदय गति रुकने से हुआ।’’ भद्रक जिले से दो बार के विधायक सेठी अभी धामनगर विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक थे। सेठी के परिवार में उनकी पत्नी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे. पी. नड्डा, ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सहित कई नेताओं ने पार्टी की ओडिशा इकाई के वरिष्ठ नेता विष्णु चरण सेठी के निधन पर शोक जताया। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘विष्णु चरण सेठी ने ओडिशा की प्रगति में उत्कृष्ट योगदान दिया। उन्होंने एक परिश्रमी विधायक के रूप में अपनी पहचान स्थापित की और सामाजिक सशक्तीकरण में बड़ा योगदान दिया।’’ उनके निधन पर शोक जताते हुए प्रधानमंत्री ने उनके परिवार के सदस्यों और समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त की। गृह मंत्री शाह ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा विधानसभा में भाजपा के उप नेता बिष्णु सेठी का जीवन जनसेवा व संगठन के प्रति समर्पित रहा।
उन्होंने प्रदेश में संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। उनका निधन भाजपा परिवार व ओडिशा के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।’’ नड्डा ने कहा, ‘‘ओडिशा से भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधायक बिष्णु चरण सेठी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। वे राज्य में जनता के हित के लिए सदैव प्रयासरत रहे। मेरी संवेदना शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।‘‘
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सेठी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उनके साथ उनका पारिवारिक संबंध था और वह उन्हें बड़ा भाई मानते थे। उन्होंने कहा, ‘‘सेठी का निधन ना सिर्फ भाजपा के लिए बहुत बड़ा नुकसान है बल्कि प्रदेश की राजनीति के लिए भी बड़ी क्षति है।’’ भाजपा महासचिव व ओडिशा में पार्टी मामलों की प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने सेठी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि यह भाजपा के लिए बहुत बड़ा नुकसान है। ओडिशा में 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में 23 सीट पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा के सेठी सहित दो विधायकों का निधन हो चुका है। भाजपा के बालेश्वर से विधायक मदनमोहन दत्ता का निधन 2020 में हो गया था।