Bhupesh Baghel Convoy Controversy: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के काफिले को रोकने का मामला अब विवादित हो गया है। सोमवार को भिलाई 3 थाने में इस मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ। छावनी सीएसपी हरीश पाटिल ने बताया कि भूपेश बघेल के कार को रोकने के मामले में कुछ लोगों का नाम सामने आया था, जिनमें एक आरोपी अमित लखवानी मार्केट में घूम रहा था। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता खफीला रोकने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठी चार्ज कर दिया।
कांग्रेस कार्यकर्ता और सभापति कृष्णा चंद्राकर ने लखवानी को मार्केट से उठाकर अपनी गाड़ी में बैठाकर भिलाई 3 थाना ले आए। इसी मामले को लेकर भाजपा नेता थाने पहुंचे और अमित लखवानी की तरफ से सभापति कृष्णा चंद्राकर और दूसरे कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता थाने के बाहर जुटे
भिलाई में पुलिस और भाजपा नेताओं के बीच झड़प के बाद, कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया है। पुलिस ने सभापति सहित 6 लोगों के खिलाफ अपहरण और अन्य गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेसी भिलाई-3 थाने का घेराव करेंगे और सिरसा गेट पर प्रदर्शन किया जा रहा है।
इधर पुलिस भी सुबह ही कृष्णा चंद्राकर को गिरफ्तार करने उसके घर पहुंची हुई है। लेकिन गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है। भिलाई चरोदा नगर निगम के सभापति की गिरफ्तारी के लिए उनके निवास सिरसा भाठा दो सीएसपी, तीन थाना प्रभारी भिलाई भारी संख्या में पहुंचा पुलिस बल कृष्णा चंद्राकर को गिरफ्तार नहीं कर सका। पुलिस द्वारा सुबह 5:30 बजे के करीब कृष्णा चंद्राकर के निवास में दबिश दी गई थी। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी पहुंच गए थे। जिसके बाद गिरफ्तारी नहीं हो सकी
पुरानी भिलाई थाने का भाजपाइयों द्वारा कल देर रात को किए गए घेराव के बाद नगर पालिका भिलाई चरोदा के सभापति कृष्णा चंद्राकर दो पार्षद एवं अन्य के खिलाफ देर रात को अपराध पंजीबद्ध किया गया हैं। पहले मामले में अमित लखवानी की रिपोर्ट पर से दर्ज हुआ है। दूसरा मामला पुष्पराज सिंह राजपूत की शिकायत पर से दर्ज किया गया है।
घटना वाले दिन थाने में ही मौजूद थे टीआई
छावनी सीएसपी हरीश पाटिल ने बताया कि जब सभापति कृष्णा चंद्राकर और कांग्रेस कार्यकर्ता अमित लखवानी को थाने लेकर पहुंचे, तो पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हटा दिया और अमित लखवानी को अपनी सुपुर्दगी में ले लिया। उन्होंने कहा कि घटना के दौरान वे खुद थाने में टीआई के साथ मौजूद थे।