Bhopal: बॉलीवुड के मशहूर गीतकार मनोज मुंतशिर एक प्रोग्राम में हिस्सा लेने राजधानी भोपाल पहुंचे। ‘तेरी मिट्टी में मिल जावां..’ और ‘तेरी गलियां..’ जैसे पॉपुलर गाने लिख चुके मनोज मुंतशिर ने हिंदी फ़िल्मों में गानों के बदलते स्टाइल पर बात की। इसके अलावा फिल्मों को लेकर भी उन्होंने बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि जब आप कोई फिल्म बनाते हैं तो एहतियात रखना बहुत जरूरी है। आपको इतना ध्यान रखना पड़ेगा कि इस देश का जनमानस किसी भी तरह से आहत न हो।
गीतकार मनोज मुंतशिर ने ‘मैं हूं भारत’ विषय पर दर्शकों से संवाद किया। उन्होंने मां पर कविता सुनाई, मैं मानता हूं दुनिया में कोई रिश्ता छोटा या बड़ा नहीं होता। लेकिन मेरी मां के मुकाबले कोई और खड़ा नहीं होता । मेरे इंतजार में खुली आंखों से बस वही सो सकती है, मेरे खुद में मुझसे ज्यादा वही रो सकती है। माथा चूमकर मुकद्दर बदलने का जादू उसी को आता है…।
बता दें कि रवींद्र भवन में सोमवार को महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ स्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा ‘भारतीय ज्ञान परंपरा का वैश्विक योगदान’ विषय पर आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय विमर्श का उद्घाटन उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया। कार्यक्रम में मप्र निजी विवि विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. भरत शरण सिंह, महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी एवं आरजीपीवी के कुलपति डॉ. सुनील कुमार गुप्ता उपस्थित रहे। वहीं फौजिया दास्तानगो ने ‘दास्तान-ए-राम’ की प्रस्तुति दी।