Bhopal Waiting Teachers Protest: उच्च माध्यमिक यानी वर्ग 1 शिक्षक भर्ती 2023 में पदवृद्धि की मांग को लेकर राजधानी भोपाल में प्रदेशभर के वेटिंग शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं। रानी कमलापति स्टेशन से रैली के रूप में वेटिंग शिक्षक मंत्रालय की ओर निकले, लेकिन पुलिस ने बेरीकेडिंग कर उन्हें बीजेपी कार्यालय के सामने ही रोक दिया है।
वेटिंग शिक्षक सड़क पर ही बैठकर पदों को बढ़ाने के लिए नारेबाजी कर रहे हैं। वहीं प्रदर्शन के दौरान सरकार की ओर से कोई प्रतिनिधि मंडल के मुलाकात नहीं करने से नाराज महिला उम्मीदवारों ने अब 15 दिन का अल्टीमेटम दे दिया है।
महिला वेटिंग शिक्षकों ने कहा कि सरकार ने यदि 15 दिन में हमारी मांगे पूरी नहीं की तो हम भोपाल आकर अपने केशों का त्याग कर देंगी।
उम्मीदवारों की आंखों से छलके आंसू
प्रदर्शन में शामिल कई महिला उम्मीदवार अपने दर्द बयां करते करते रो दीं। उम्मीदवारों का कहना है कि किसी परीक्षा में नौकरी के लिए कोई उम्मीदवार 100 में से कितने नंबर लेकर आए।
90 से 95 तक ही लाएगा। हम ये नंबर लेकर आए। बावजूद गलत नीतियों की वजह से हम स्कूल में पढ़ाने की जगह सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं।
महिला उम्मीदवारों ने बजाई थाली
सरकार को जगाने के लिए महिला उम्मीदवार प्रदर्शन के दौरान थाली बजा रही हैं। उम्मीदवारों का कहना है कि शिक्षकों की कमी की वजह से जब शिक्षा का स्तर लगातार गिर रहा है।
देश में पांचवे पायदान से गिरकर मध्य प्रदेश 20वे पायदान पर पहुंच गया है तब भी सरकार शिक्षकों की नियुक्ति नहीं कर रही है।
भोपाल में ये सातवां बड़ा आंदोलन
भर्ती में आधे बैकलॉग के पद हैं। ऐसे में 16 विषयों में आरक्षण हटा देने के बाद अनारक्षित श्रेणी के लिए कोई पद ही नहीं बच रहे हैं। हालत ये है कि 100 में से 90 नंबर लाने वाले उम्मीदवार भी भर्ती से बाहर हैं।
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यही कारण है कि लगातार वेटिंग शिक्षक पदवृद्धि की मांग कर रहे हैं। भर्ती में पदों को बढ़ाने की मांग को लेकर वेटिंग शिक्षकों का ये सातवां बड़ा आंदोलन है।
20 हजार पद बढ़ाने की मांग
हाल ही में 19 अक्टूबर को स्कूल शिक्षा विभाग ने 2900 शिक्षकों को ज्वाइनिंग दी है। बावजूद इसके अब भी प्रदेश में उच्च माध्यमिक शिक्षकों के हजारों पद खाली हैं। लगातार शिक्षक रिटायर भी हो रहे हैं।
बताया गया कि करीब 35 हजार से अधिक पद अकेले वर्ग 1 में खाली हैं। यही कारण है कि वेटिंग शिक्षक 20 हजार पदवृद्धि की मांग कर रहे हैं।
विभाग ने बुला ली है रिक्त पदों की जानकारी
प्रदेश के सरकारी स्कूल में शिक्षकों के खाली पदों की जानकारी विभाग ने बुला ली है। इसे लेकर 5 नवंबर को ही लोक शिक्षण संचालनालय से आदेश जारी हुए थे।
जिसके बाद 7 नवंबर तक प्रदेशभर के शाला प्रभारियों ने अपने अपने स्कूलों में रिक्त पदों की जानकारी पोर्टल पर अपडेट कर दी है। हालांकि ये पूरी मशक्कत रिक्त पदों के विरुद्ध अतिथि शिक्षकों को नियुक्त करने के लिये की गई थी।
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पदवृद्धि की मांग इसलिए तेज
एमपी हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस की डबल बेंच में 12 नवंबर को वर्ग 1 शिक्षक भर्ती 2018 में EWS कैंडिडेट की नियुक्ति के मामले को लेकर सुनवाई होना है।
ऐसे में चर्चा ये है कि विभाग 2023 की भर्ती को जल्द से जल्द पूरी करने की कोशिश करेगा। यही वजह है कि वेटिंग शिक्षक इस भर्ती में पदों को बढ़ाने के लिए एक बार फिर एक्टिव हो गए हैं।
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सरकार के प्रतिनिधि मंडल से बात करने की मांग पर अड़े
वेटिंग शिक्षक सरकार के प्रतिनिधि मंडल से बात करने की मांग पर अड़े हैं। वेटिंग शिक्षकों का कहना है कि नई शिक्षा नीति में स्कूलों में नियमित शिक्षक ही रखने की बात है।
ऐसे में सरकार को पदों को बढ़ाकर भर्ती करना चाहिए। वेटिंग शिक्षकों की मांग है कि कम से कम सरकार का प्रतिनिधि मंडल उनकी बात तो सुनें।