भोपाल। जीआरपी भोपाल ने गैंग बनाकर Bhopal Train Robbery ट्रेनों में चोरी करने वाले 6 बदमाश को गिरफ्तार किया है, गैंग में दो नाबालिग भी शामिल है। भोपाल जीआरपी ने आरोपियों के पास से नगदी, जेवरात सहित लगभग 47 हजार का माल बरामद किया है। भोपाल जीआरपी ने बताया कि रात्रि में आउटरों पर ट्रेनों की गति धीमी होने पर ये लोग ट्रेन में चढकर सोये हुए यात्री का सामान चुराकर भाग जाते थे। जीआरपी भोपाल ने बताया कि आरोपियों ने क्षेत्र में छ: घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया।
चलती ट्रेनों से उतरने में माहिर
थाना जीआरपी ने बताया कि क्षेत्रांतर्गत ट्रेनों, स्टेशनों व विशेषकर स्टेशनों के आउटरों पर लगातार हो रही चोरियों की घटनाओं की रोकथाम के लिए पुलिस अधीक्षक रेल हितेश चौधरी भोपाल के द्वारा निर्देश दिए गए है। उनके मार्गदर्शन में चलाये जा रहे विशेष अभियान के तहत् थाना जीआरपी भोपाल में गठित टीम को 12 फरवरी को रेल्वे स्टेशन भोपाल के आउटरों पर चेकिंग के दौरान चार बदमाशों की गैंग को पकड़ने में सफलता हासिल हुई है जिसमें दो नाबालिग बालक भी शामिल है जो कि रात्रि के समय भोपाल स्टेशन के आउटरों से धीमी गति से निकलने वाली ट्रेनों को निशाना बनाकर चलती ट्रेन में चढकर सोये हुये यात्रियों के सामान की चोरी कर चलती ट्रेनों से उतरने में माहिर है।
इन ट्रेनों में वारदात को दिया अंजाम
बदमाशों ने अभी तक की पूछताछ के दौरान भोपाल क्षेत्रांतर्गत चलने वाली ट्रेन कर्नाटका एक्स, ओवरनाईट एक्स, कामाख्या आदि एक्सप्रेस ट्रेनों में गैंग बनाकर रात्रि के समय आउटरों पर चलती हुई ट्रेनों में चढकर सोये हुये यात्रियों के मोबाईल, ट्रालीबैग, लेडीज पर्स आदि चोरी करना एवं चोरी किया माल अपने परिचितों को बेचने की बात को स्वीकार किया है।
इनको किया गिरफ्तार
अपराधों के संबंध में पूछताछ करते चोरी कर सामान खरीदने वाले अन्य तीन बदमाशों को भी गिरफतार किया गया। बदमाशों से थाना के अन्य अपराधों के संबंध में पूछताछ की जा रही है। थाना जीआरपी ने अरोपी अजीत पिता तखत सिंह कुचवंदिया, बाबू उर्फ रोहित पिता राजू ठाकुर, लक्की उर्फ लवकुश पिता नरेश श्रीवास, सत्यम पिता दशरथ सिंह परिहार, तरूण पिता मनोज कुशवाहा को गिरफ्तार किया है।
इस तरह रखें सावधानी
अगर आप ट्रेंन में रात में सो रहें है तो आप को कई तरह की सावधानी रखनी चाहिए। सबसे पहले ट्रेन के दोनों ओर का दरवाजा बंद रखे और स्टेशन आने पर ही खोले और महिला यात्री अपने पर्स को संभाल के रखे और बैग और पर्स को खिड़की की तरफ रखे और खिड़की का कांच लगा लें जिससे कोई भी आदमी अंदर हाथ न डाल सके।