Bhopal Student Suicide: भोपाल में सेंट जोसफ स्कूल के हॉस्टल में 8वीं के स्टूडेंट वंश कुशवाह ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। कॉपी के फटे पन्ने में इंग्लिश में कुछ लाइन लिखी थीं। छात्र के पिता ने कहा कि मेरा बेटा हिम्मत वाला था, ऐसा कदम नहीं उठा सकता। उसके साथ कुछ गलत हुआ है।
सुसाइड नोट का हिंदी अनुवाद
वंश कुशवाह की कॉपी के फटे पन्ने में अंग्रेजी में लिखी लाइनों का मतलब है कि आगे मेरी जिंदगी में क्या होगा, कुछ समझ नहीं आता। ऐसे कोई कैसे धोखा दे सकता है। हालांकि, इसमें किसी की कोई गलती नहीं है। सब अच्छे हैं। पता नहीं, आगे क्या होगा।
टॉवल से लगाई फांसी
थाना प्रभारी रोहित सिंह नागर ने बताया कि 14 साल के वंश के पिता संतोष कुशवाह नवीन नगर ऐशबाग में रहते हैं। उनका बेटा 2 साल से सेंट जोसफ स्कूल में पढ़ रहा था। वहीं हॉस्टल में रहता था। मंगलवार शाम योगा क्लास से आने के बाद उसने अपने कमरे में टॉवेल का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। फंदा खिड़की पर बांधा गया था।
CCTV में नहीं मिला कुछ संदिग्ध
पुलिस को हॉस्टल के सीसीटीवी फुटेज में कुछ संदिग्ध नहीं मिला। इसमें दिखा कि वंश मंगलवार शाम योगा क्लास से अपने रूम में आया। पानी की बॉटल लेकर उसे भरने बाहर आया। बॉटल भरने के बाद रूम में लौटा। इसके बाद उसके रूम में रहने वाले 3 अन्य बच्चे मेस में खाना खाने चले गए। उन्होंने लौटकर देखा तो वंश फांसी लगा चुका था। रूम का गेट बाहर से खुला था। इस दौरान CCTV कैमरे में वंश के रूम में कोई आता-जाता नहीं दिखा।
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बच्चे के पिता ने क्या कहा ?
वंश के पिता ने कहा कि दोपहर में बात की तो सब ठीक था। वंश के पिता संतोष ऐशबाग में प्राइमरी स्कूल संचालक हैं। वंश से बड़ी एक बहन और छोटा एक भाई है। वंश के पिता ने बताया कि बेटा एक्टिव था। पढ़ाई से लेकर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज में सक्रिय रहता था। योगा भी करता था। मंगलवार दोपहर 3:30 बजे उसने हॉस्टल से ही कॉल करके मां से बात की थी। उसने किसी परेशानी का जिक्र नहीं किया था। सबकुछ नॉर्मल लग रहा था। उसने मुझशे से भी बात की थी। मेरा बेटा आर्मी स्कूल में भर्ती होने की तैयारी कर रहा था। वो साइंटिस्ट बनना चाहता था।
पिता ने की जांच की मांग
वंश के पिता संतोष का कहना है कि जिस खिड़की से फंदा लगाकर सुसाइड करना बताया जा रहा है, उसकी हाइट काफी कम है। टॉवल भी काफी मोटा था। इससे आसानी से गांठ नहीं लग सकती। मुझे शक है कि उसके साथ कुछ गलत हुआ है। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
मेडिकल रिपोर्ट के डिजिटाइजेशन को लेकर MP सरकार ने हाई कोर्ट में दाखिल किया शपथ पत्र
MP Govt Affidavit, Bhopal Gas Tragedy Medical Records: मध्यप्रदेश हाई कोर्ट के पूर्व निर्देशों के पालन में राज्य सरकार ने शपथ पत्र प्रस्तुत किया है। इसमें बताया गया है कि भोपाल गैस त्रासदी से पीड़ित लोगों के मेडिकल रिकॉर्ड के डिजिटाइजेशन कार्य को तेजी से पूरा करने के लिए अतिरिक्त मशीनें लगाई गई हैं। अब प्रतिदिन 20 हजार पृष्ठों का डिजिटाइजेशन किया जा रहा है। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें…