Advertisment

कोहरे में भी सरपट दौड़ेगी ट्रेन: लेट होने की संभावना होगी कम, ट्रेनों में लगे 341 फॉग सेफ डिवाइस, जानिए क्या है ये उपकरण

MP Bhopal Railways Fog Safety Device Benefits Explained; सर्दियों के मौसम में को​हरे के बीच भी पटरियों पर ट्रेन सरपट दौड़ती रहे, इसके लिए फॉग सेफ डिवाइस का उपयोग किया जाता है।

author-image
Rahul Sharma
Railway-Fog-Safety-Device

Railway Fog Safety Device: सर्दियों के मौसम में को​हरे के कारण अक्सर ट्रेनें लेट हो जाती हैं। ट्रेनों के घंटों लेट चलने से यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

Advertisment

कोहरे के बीच भी पटरियों पर ट्रेन सरपट दौड़ती रहे, इसके लिए फॉग सेफ डिवाइस का उपयोग किया जाता है। इसी क्रम में भोपाल मंडल में लोको पायलटों को लोको (इंजन) में उपयोग के लिए 341 फॉग सेफ डिवाइस (FSD) दिए गए हैं।

फॉग सेफ डिवाइस क्यों उपयोग किया जाता है?

कोहरे के दौरान दृश्यता बेहद कम हो जाती है, जिससे लोको पायलटों के लिए सिग्नल और ट्रैक की स्थिति का सही तरीके से आकलन करना मुश्किल हो जाता है। ऐसी परिस्थितियों में फॉग सेफ डिवाइस लोको पायलटों की मदद के लिए डिजाइन किया गया है।

यह उपकरण सिग्नल की सटीक जानकारी प्रदान करता है साथ ही अलग स्थानों पर लगे सिग्नल एवं पर दाहिनी ओर लगे सिग्नल को विशेष रूप से चेतावनी के साथ इंगित करता है, जिससे ट्रेनों का संचालन सुरक्षित और निर्बाध रूप से हो सके।

Advertisment

फॉग सेफ डिवाइस कैसे काम करता है?

फॉग सेफ डिवाइस एक GPS आधारित उपकरण है, जो लोको पायलट को उनके मार्ग पर सिग्नलों और अन्य प्रमुख स्थानों की सटीक जानकारी देता है।

https://twitter.com/BansalNewsMPCG/status/1862094312093180055

यह उपकरण सिग्नल की दूरी, और ट्रेन की गति को स्क्रीन पर प्रदर्शित करता है। इसके अलावा, यह लोको पायलट को अलर्ट भी देता है जब ट्रेन किसी सिग्नल के करीब होती है।

फॉग सेफ डिवाइस के उपयोग के लाभ

1. सुरक्षित संचालन:यह लोको पायलट को कोहरे के दौरान भी सिग्नल की स्पष्ट जानकारी प्रदान करता है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना कम हो जाती है।  

Advertisment

2. समय की बचत: उपकरण के निर्देशों के माध्यम से ट्रेनें सटीक गति और दिशा में चल सकती हैं, जिससे समय की बचत होती है।

3. पायलटों का आत्मविश्वास:FSD का उपयोग लोको पायलटों को मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करता है, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और वे बेहतर ढंग से ट्रेनों का संचालन कर सकते हैं। 

4. यात्रियों की सुरक्षा:यह उपकरण यात्रियों को सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव प्रदान करता है।  

Advertisment

ये भी पढ़ें: सम्मान की लड़ाई: बुरा चरित्र बताकर महिला अतिथि को हटाया, अब अच्छे चरित्र के साथ वापस नौकरी की मांग पर अड़ी शिक्षिका

कोहरे में 75 किमी प्रति घंटे से ज्यादा नहीं होगी रफ्तार

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने बताया कि लोको पायलटों को कोहरे के समय फॉग सेफ डिवाइस के साथ ट्रेनों की गति 75 किलोमीटर प्रति घंटे अथवा अपने विवेकानुसार निम्नतम बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।

Railway-Fog-Safety-Device-Train

सिग्नलों की सूचना दर्शाने वाले बोर्डों को दुबारा पेंट किया जा रहा है अथवा चमकीली पट्टी लगाई जा रही है। कोहरे के समय दृश्यता कम होने पर लोको पायलटों की सहायता हेतु स्टेशन मास्टरों द्वारा विजिबिलिटी टेस्ट ऑब्जेक्ट (वीटीओ) के उपयोग के निर्देश दिए गए हैं। इससे लोको पायलटों को स्टेशन पास होने की जानकारी मिलेगी।

ये भी पढ़ें: रेलवे बोर्ड का फैसला: 1 जनवरी से बदलेंगे MEMU और यात्री ट्रेनों के नंबर, यात्रा का प्लान बनाने से पहले कर लें चेक

पटाखे फोड़कर ट्रैकमैन देंगे चेतावनी

ट्रैकमैन द्वारा लोको पायलटों को रास्ते में सिग्नल होने की चेतावनी देने के लिए पटाखे का उपयोग करने के निर्देश और पर्याप्त मात्रा में पटाखे दिए गए हैं। सर्दियों में जिन स्थानों पर प्रायः पटरियों के फ्रैक्चर की संभावना होती है, वहां अत्यधिक सावधानियां बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं।

पटरियों की गहनता से जांच की जा रही है। इसके लिए अत्याधुनिक अल्ट्रासाउंड मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।आवश्यकतानुसार रेल खंडों में गति प्रतिबंध लगाने के निर्देश जारी किए गए हैं। ऐसे क्षेत्रों में जहां पटरियों में फ्रैक्चर की संभावना रहती है, वहां विशेष कोल्ड वेदर पेट्रोलिंग की जा रही है।

bhopal railway Fog Safety Device Fog Safety Device Benefits
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें