Bhopal Quadruplet Birth: भोपाल के कैलाशनाथ काटजू अस्पताल में बुधवार को एक दुर्लभ और चौंकाने वाला मामला सामने आया। यहां एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया। इनमें दो बेटे और दो बेटियां शामिल हैं। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, यह पहली बार है जब यहां किसी महिला ने चार बच्चों को एक साथ जन्म दिया है।
सातवें महीने में हुआ ऑपरेशन
डॉक्टरों के अनुसार महिला को गर्भावस्था के सातवें महीने में ही लेबर पेन शुरू हो गए थे। तुरंत उसे इमरजेंसी में भर्ती कर ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के जरिए चारों बच्चों का जन्म कराया गया।
जन्म के वक्त बेहद कम था वजन
नवजातों का वजन 800 ग्राम से 1 किलो के बीच है, जो सामान्य से काफी कम माना जाता है। सभी बच्चों को ICU में शिफ्ट कर दिया गया है। फिलहाल दो बच्चों की हालत नाजुक बताई जा रही है और उन्हें वॉर्मर पर रखा गया है।
डॉक्टर बोले- चार बच्चों का जन्म अब भी है दुर्लभ
अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि तीन बच्चों के एक साथ जन्म की घटनाएं अब आम होती जा रही हैं, लेकिन एक साथ चार बच्चों का जन्म अब भी बहुत दुर्लभ माना जाता है। महिला की पहली सोनोग्राफी में ही चार भ्रूणों की पुष्टि हो गई थी।
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मां और बच्चों की हो रही है खास देखभाल
सातवें महीने में ऑपरेशन होने की वजह से डॉक्टरों की टीम मां और सभी बच्चों की स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है। ऐसे मामलों में हर घंटे की देखभाल बहुत जरूरी होती है।
दुनिया में एक साथ 11 बच्चों के जन्म का रिकॉर्ड
आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में एक साथ सबसे ज्यादा 11 बच्चों के जन्म का रिकॉर्ड अमेरिका की एक महिला के नाम है। इसके अलावा पश्चिमी अफ्रीका की महिला ने एक साथ 9 बच्चों को जन्म दिया था, जिन्हें नोनुप्लेट्स कहा जाता है।
2020 में हुई थी ऐसी ही घटना
ऐसी ही एक अनोखी घटना साल 2020 में मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में हुई थी। वहां 23 साल की मूर्ति माली ने एक साथ छह बच्चों को जन्म दिया था। इनमें चार बेटे और दो बेटियां थीं। लेकिन अफसोस, जन्म के तुरंत बाद दोनों बेटियों की मौत हो गई। चारों बेटे गंभीर हालत में थे, जिन्हें अस्पताल के नवजात शिशु देखभाल केंद्र (SNCU) में भर्ती किया गया।
डॉक्टरों ने बताया था कि ये सभी बच्चे समय से पहले, गर्भावस्था के 7वें महीने में पैदा हुए थे। उनका वजन 390 ग्राम से 790 ग्राम के बीच था, जो बहुत कम माना जाता है। खास बात यह थी कि मूर्ति की यह पहली प्रेग्नेंसी थी और उन्होंने कोई भी फर्टिलिटी ट्रीटमेंट नहीं लिया था।
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