भोपाल: कोरोना (Corona) के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित ना हो इसके लिए ऑनलाइन क्लासेस (Online education) चलाई जा रही हैं। लेकिन अब ऑनलाइन क्लासेस कुछ परिजनों के लिए मुसिबत का सबब बनती जा रही है। जी हां बच्चे ऑनलाइन क्लासेस के बहाने एडल्ट कंटेंट (adult content) देख रहे हैं। जिसके कारण परिजनों की दिक्कतें बढ़ गई हैं।
पढ़ाई के बहाने बच्चा देख रहा था पोर्न साइट
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के अरेरा कॉलानी में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। एक परिजन ने बताया कि उनका 13 वर्षीय बेटा पढ़ाई के लिए मोबाइल लिया। लेकिन पढ़ाई करने के बजाय वह ऑनलाइन गेम खेलने लगा। डांट पढ़ने पर क्लास के बहाने हॉटस्पॉट चालू कराया और पोर्न साइट देखने लगा। जब डांट पड़ी तो उसने बताया कि, उसे किसी दोस्त ने लिंक भेजी थी। हालांकि ये कोई ऐसी पहली शिकायत नहीं है। रोजोना 4 ऐसे केस सामने आ रहे हैं जिसमें बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई के बहाने एडल्ट फिल्में और साइट देख रहे हैं।
परिजनों ने हेल्पलाइन नंबर पर फोनकर मांगी मदद
मिली जानकारी के अनुसार कई परिजनों ने इसकी शिकायत चाइल्ड लाइन, माध्यमिक शिक्षा मंडल हेल्पलाइन और उमंग हेल्पलाइन पर कर चुके हैं। उनका कहना है कि बच्चे ऑनलाइन क्लासेस के बहाने फोन लेते हैं और इंटरनेट पर एडल्ट फिल्में देखते हैं। इसी के साथ परिजनों ने हेल्पलाइन नंबर पर बच्चों को कैसे रोका जाए ये भी पूछा है।
16 मामलों में चल रही काउंसलिंग
जानकारी के मुताबिक अब तक सायबर बुलिंग सहित एडल्ट कंटेंट को लेकर 226 शिकायतें मिली हैं। जबकि माशिमं और उमंग हेल्पलाइन पर रोजाना 4 ऐसे केस सामने आ रहे हैं। हालांकि वर्तमान में चाइल्ड लाइन में ऐसे 16 मामलों में काउंसलिंग चल रही है।
ऐसे करें बचाव
अभी तक चाइल्ड लाइन पर 226 फोन, माध्यमिक शिक्षा मंडल हेल्पलाइन पर 175 और उमंग हेल्पलाइन पर 124 शिकायतें आ चुकी हैं। फिलहाल परिजन बच्चों को अपने साथ सोशल मीडिया पर जोड़े, जिससे उन पर आसानी से नजर रख सकें। इसी के साथ बच्चों के व्यवहार पर नजर रखें, जिसमें बदलाव दिखाई देता है तो उससे बात करें और उन्हें अपने भरोसे में ले जिससे बच्चे उनसे कुछ ना छिपाए।